नई दिल्ली : पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों का सामना कर रहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) ने कहा है कि वह 2 नवबंर को लोकसभा आचार समिति के सामने सुनवाई के लिए पेश होंगी. इसको लेकर उन्होंने एक्स पर दो पन्नों का पत्र पोस्ट किया है. उन्होंने मामले में व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी और शिकायतकर्ता वकील जय देहाद्राई से जिरह करने की भी अनुमति मांगी है.
टीएमसी लोकसभा सांसद ने बुधवार को आचार समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर को लिखे पत्र को सार्वजनिक किया. उन्होंने पत्र में कहा है कि चूंकि एथिक्स कमेटी ने मीडिया को मेरा समन जारी करना उचित समझा, इसलिए मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि मैं कल अपनी सुनवाई से पहले समिति को अपना पत्र जारी करूं. उन्होंने आरोप लगाया कि वकील देहाद्राई ने अपनी लिखित शिकायत में अपने आरोपों को साबित करने के लिए कोई दस्तावेजी सबूत नहीं दिया था और न ही अपनी मौखिक सुनवाई में कोई सबूत दे सके.
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Since Ethics Committee deemed it fit to release my summons to the media I think it is important I too release my letter to the Committee before my “hearing” tomorrow. pic.twitter.com/A8MwFRsImk
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— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) November 1, 2023
महुआ मोइत्रा ने समिति को लिखे अपने पत्र में लिखा है कि प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए मैं देहाद्रई और हीरानंदानी से जिरह करने के अपने अधिकार का प्रयोग करना चाहती हूं. उन्होंने आगे लिखा है कि आरोपों की गंभीरता को देखते हुए यह जरूर है कि कथित रिश्वत देने वाले दर्शन हीरानंदानी, जिन्होंने कम विवरण और किसी भी तरह के दस्तावेजी सबूत के साथ समिति को स्वत: संज्ञान हलफनामा दिया है, उनको बुलाया जाए. नफरत फैलाने वाले भाषण की गंभीर शिकायत है.
इससे पहले 31 अक्टूबर को सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा था कि वर्ष 2021 के बाद से आचार समिति की कोई बैठक नहीं हुई है. बता दें कि महुआ मोइत्रा के 5 नवंबर के बाद बुलाए जाने के आग्रह को आचार समिति ने खारिज कर दिया था और उन्हें 2 नवंबर को आने के लिए कहा था.
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