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ममता को धमकी देने के आरोप में कलकत्ता विवि के प्राध्यापक के खिलाफ मामला दर्ज : पुलिस

सोशल मीडिया पर कथित तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जान से मारने की धमकी देने के लिए कलकत्ता विश्वविद्यालय के एक प्राध्यापक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

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Published : Aug 28, 2021, 5:24 PM IST

कोलकाता : पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पीएचडी शोधार्थी तमाल दत्ता द्वारा की गई शिकायत के आधार पर हरे स्ट्रीट पुलिस थाने ने जंतु विज्ञान विभाग के प्राध्यापक अरिंदम भट्टाचार्य के खिलाफ यह मामला दर्ज किया है.

संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि भट्टाचार्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की धारा 505 (1बी) (जनता को डराने या चिंतित करने की मंशा), 506 (जान से मारने या गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी) और 120बी (आपराधिक षड्यंत्र रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस ने बताया कि प्राध्यापक को फिलहाल हिरासत में नहीं लिया गया है. भट्टाचार्य से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि मैंने मुख्यमंत्री के खिलाफ किसी तरह की टिप्पणी नहीं की है. शिकायतकर्ता तृणमूल कांग्रेस का समर्थक है.

मैं पुलिस के कदम उठाने की प्रतीक्षा कर रहा हूं और उसके बाद ही इस पर कानूनी सलाह लूंगा. फेसबुक मैसेंजर पर बातचीत के दौरान एक दोस्त ने प्राध्यापक से कहा कि चुनाव से पहले आपने एक व्हाट्सऐप ग्रुप में लिखा था कि आप मुख्यमंत्री को मारना चाहते हैं.

उस समय आप खुद को बचाने के लिए टीएमसी नेता के घर गए थे. इसके जवाब में उन्होंने बांग्ला में लिखा कि एखोनो हत्या कोरते चाई. पै चाटा कुत्ता अमी नोई. आमी अशिक्षितो बिरोधी (मैं अब भी हत्या करना चाहता हूं, मैं पैर चाटने वाला कुत्ता नहीं हूं, मैं अशिक्षितों के खिलाफ है.

भट्टाचार्य ने कहा कि यह उनके और एक दोस्त के बीच की निजी बातचीत थी जिसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक किया गया. उन्होंने कहा कि यह बातचीत कुछ समय पहले की है. मैंने मुख्यमंत्री या किसी को धमकी नहीं दी है और यह संदेश में स्पष्ट है.

सत्रह वर्षों से जंतु विज्ञान के प्राध्यापक भट्टाचार्य ने कहा कि उनके खिलाफ पुलिस शिकायत एक साजिश के तहत दर्ज कराई गई ताकि उनकी नौकरी चली जाए. उन्होंने कहा कि मैं डरा हुआ और प्रताड़ित हूं. मैं असहाय और अपमानित महसूस कर रहा हूं.

मैंने अपने जीवन में कभी इस तरह के अपमान का सामना करने का ख्याल नहीं किया था. मैं समझ सकता हूं कि यह मेरे खिलाफ एक साजिश है ताकि मैं अंततः अपनी नौकरी खो दूं. भट्टाचार्य को एक नोटिस देकर शनिवार दोपहर जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि मुझे कुछ नहीं करना है.

पुलिस को मुझे गिरफ्तार करने दीजिए. एक और अंबिकेश महापात्रा बनने दीजिए. अप्रैल 2012 में यादवपुर विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र के प्राध्यापक अंबिकेश महापात्रा को मुख्यमंत्री का मजाक उड़ाते हुए एक कार्टून कथित रूप से लोगों को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

यह भी पढ़ें-माकपा नेता तारिगामी ने अनुच्छेद 370 से संबंधित याचिका पर जल्द सुनवाई के लिए दी अर्जी

तृणमूल कांग्रेस समर्थित पश्चिम बंगाल कॉलेज एवं विश्वविद्यालय प्राध्यापक संगठन ने भट्टाचार्य की सोशल मीडिया पोस्टों की निंदा की है. पुलिस शिकायत दर्ज कराने वाले दत्ता ने कहा कि एक प्राध्यापक इस तरह की टिप्पणी नहीं कर सकता.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पीएचडी शोधार्थी तमाल दत्ता द्वारा की गई शिकायत के आधार पर हरे स्ट्रीट पुलिस थाने ने जंतु विज्ञान विभाग के प्राध्यापक अरिंदम भट्टाचार्य के खिलाफ यह मामला दर्ज किया है.

संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि भट्टाचार्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की धारा 505 (1बी) (जनता को डराने या चिंतित करने की मंशा), 506 (जान से मारने या गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी) और 120बी (आपराधिक षड्यंत्र रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस ने बताया कि प्राध्यापक को फिलहाल हिरासत में नहीं लिया गया है. भट्टाचार्य से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि मैंने मुख्यमंत्री के खिलाफ किसी तरह की टिप्पणी नहीं की है. शिकायतकर्ता तृणमूल कांग्रेस का समर्थक है.

मैं पुलिस के कदम उठाने की प्रतीक्षा कर रहा हूं और उसके बाद ही इस पर कानूनी सलाह लूंगा. फेसबुक मैसेंजर पर बातचीत के दौरान एक दोस्त ने प्राध्यापक से कहा कि चुनाव से पहले आपने एक व्हाट्सऐप ग्रुप में लिखा था कि आप मुख्यमंत्री को मारना चाहते हैं.

उस समय आप खुद को बचाने के लिए टीएमसी नेता के घर गए थे. इसके जवाब में उन्होंने बांग्ला में लिखा कि एखोनो हत्या कोरते चाई. पै चाटा कुत्ता अमी नोई. आमी अशिक्षितो बिरोधी (मैं अब भी हत्या करना चाहता हूं, मैं पैर चाटने वाला कुत्ता नहीं हूं, मैं अशिक्षितों के खिलाफ है.

भट्टाचार्य ने कहा कि यह उनके और एक दोस्त के बीच की निजी बातचीत थी जिसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक किया गया. उन्होंने कहा कि यह बातचीत कुछ समय पहले की है. मैंने मुख्यमंत्री या किसी को धमकी नहीं दी है और यह संदेश में स्पष्ट है.

सत्रह वर्षों से जंतु विज्ञान के प्राध्यापक भट्टाचार्य ने कहा कि उनके खिलाफ पुलिस शिकायत एक साजिश के तहत दर्ज कराई गई ताकि उनकी नौकरी चली जाए. उन्होंने कहा कि मैं डरा हुआ और प्रताड़ित हूं. मैं असहाय और अपमानित महसूस कर रहा हूं.

मैंने अपने जीवन में कभी इस तरह के अपमान का सामना करने का ख्याल नहीं किया था. मैं समझ सकता हूं कि यह मेरे खिलाफ एक साजिश है ताकि मैं अंततः अपनी नौकरी खो दूं. भट्टाचार्य को एक नोटिस देकर शनिवार दोपहर जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि मुझे कुछ नहीं करना है.

पुलिस को मुझे गिरफ्तार करने दीजिए. एक और अंबिकेश महापात्रा बनने दीजिए. अप्रैल 2012 में यादवपुर विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र के प्राध्यापक अंबिकेश महापात्रा को मुख्यमंत्री का मजाक उड़ाते हुए एक कार्टून कथित रूप से लोगों को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

यह भी पढ़ें-माकपा नेता तारिगामी ने अनुच्छेद 370 से संबंधित याचिका पर जल्द सुनवाई के लिए दी अर्जी

तृणमूल कांग्रेस समर्थित पश्चिम बंगाल कॉलेज एवं विश्वविद्यालय प्राध्यापक संगठन ने भट्टाचार्य की सोशल मीडिया पोस्टों की निंदा की है. पुलिस शिकायत दर्ज कराने वाले दत्ता ने कहा कि एक प्राध्यापक इस तरह की टिप्पणी नहीं कर सकता.

(पीटीआई-भाषा)

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