चूरू/बीकानेर : पंजाब की एक लड़की का राजस्थान में 1.13 लाख में सौदा कर दिया गया. लड़की का आरोप है कि वह नाबालिग है, जिस अधेड़ व्यक्ति के हाथ उसे बेचा गया उसने कई बार दुष्कर्म किया.
पंजाब की इस लड़की ने रो-रोकर अपनी आपबीति सुनाई. ऐसे में एक बार फिर राजस्थान में महिला अपराध और मानव तस्करी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. लड़की का यह भी आरोप है कि वह अधेड़ व्यक्ति के चंगुल से निकल कर बीकानेर के डूंगरगढ़ पुलिस थाने पहुंची थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी को थाने बुलाया और हिंदी में लिखे एक पत्र पर उससे हस्ताक्षर कराने के बाद उसे उसी व्यक्ति को सौंप दिया. लड़की का कहना है कि वह हिंदी बोल समझ सकती है लेकिन पढ़ना-लिखना सिर्फ पंजाबी में आता है.
लड़की के आरोपों के मुताबिक ये है मामला
पंजाब की लड़की ने अपनी उम्र 17 साल बताई है. लड़की ने बताया कि एक जानकार आंटी उसे मूंगफली बिनाई में रोजाना 300 रुपये का रोजगार दिलाने के नाम पर पंजाब से राजस्थान ले आई. राजस्थान में चूरू (human trafficking in churu) के सरदारशहर तहसील के उपखंड के एक गांव में आंटी ने 45 साल के एक व्यक्ति से 1 लाख 13 हजार रुपये लिये और उसके सुपुर्द (Punjab minor girl deal in Churu) कर दिया. लड़की का कहना है कि आंटी पैसे लेकर उसकी बहन को अपने साथ पंजाब ले गई.
लड़की का आरोप है कि खरीदार अधेड़ व्यक्ति ने उसके साथ जबरन संबंध बनाए. उसने कहा कि वह अधेड़ के चंगुल से भाग निकली. लोगों ने उसे बीकानेर का डूंगरगढ़ पुलिस थाना पास ही होने की बात कही तो वह डूंगरगढ़ पुलिस थाने पहुंच गई. लड़की का आरोप है कि मेरी मदद करने के स्थान पर डूंगरगढ़ पुलिस ने आरोपी को थाने बुला लिया. लड़की ने कहा कि 'आरोपी ने मेरे सामने पुलिस को 20 हजार रुपये दिये और पुलिस ने मुझे बालिग साबित कर वापस उसे ही सौंप दिया.' लड़की ने कहा कि 'पुलिस ने मेरी बड़ी बहन का आधार कार्ड मेरा बताकर मेरी उम्र 23 साल लिख दी. फिर डरा धमका कर एक पत्र पर हस्ताक्षर करा लिये. थाने में ही आरोपी अधेड़ व्यक्ति ने जान से मारने की धमकी दी.'
ढाबे पर पंजाब के ट्रक चालक दिखे तो हिम्मत बंधी
लड़की का कहना है कि आरोपी जब उसे लेकर आ रहा था तो वह चाय पीने एक ढाबे पर रुका. वहां पंजाबी ट्रक चालकों को देखा तो हिम्मत बंधी. एक ड्राइवर के फोन से बड़ी बहन को सारे घटनाक्रम के बारे में बताया. बहन ने चाइल्ड हेल्प लाइन को सूचना दी. इसी सूचना के आधार पर चूरू जिले की भानूपुरा पुलिस और चाइल्ड लाइन की मानव तस्करी यूनिट ने लड़की को दस्तयाब किया.
डूंगरगढ़ पुलिस ने दी सफाई
उधर, बाल कल्याण समिति चूरू के सदस्य मनोज सैनी का कहना है कि भानूपुरा थाना और चाइल्ड लाइन के समन्वय से लड़की को दस्तयाब किया गया है. अब उसे समिति के समक्ष पेश किया जाएगा. लड़की के लिखित बयान पंजाबी में हैं, उसके बयान का रूपांतरण कराया जाएगा और मेडिकल के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.
यह मामला उछला तो बीकानेर की डूंगरगढ़ पुलिस की सफाई भी सामने आई. एक वीडियो भी आया जिसमें डूंगरगढ़ थाने में एक महिला कांस्टेबल लड़की से पूछताछ कर रही है.
श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल ने कहा कि पूछताछ के दौरान उसने उसने अपनी उम्र 23 वर्ष बताई. खुद ही अपनी इच्छा से व्यक्ति के साथ जाने की बात कही और नोटरी हुआ स्टांप पेश किया. इसके अलावा पुलिस को किसी भी तरह की कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करने को लेकर भी प्रार्थना पत्र दिया था.