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मंत्री जी ! किए होते विकास तो नहीं चढ़ना पड़ता जेसीबी पर, समझिए 'पहाड़ का दर्द'

उत्तराखंड में आपदा से हालात विकराल हैं. आम लोग बेहद परेशान हैं. इसका आभास कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को भी हुआ. टिहरी में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने निकले कैबिनेट मंत्री को रास्ता पार करने के लिए जेसीबी का सहारा लेना पड़ा.

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Published : Sep 2, 2021, 3:36 PM IST

Updated : Sep 2, 2021, 3:42 PM IST

टिहरी : सरकार में मंत्री है सुबोध उनियाल. जान जोखिम में डालकर आपदाग्रस्त क्षेत्र में पहुंचे तो सुर्खियों में आ गए. लेकिन उनका क्या जो ऐसी ही कठिन हालातों का सामना रोजाना ही करते हैं. खैर चुनाव है तो मंत्री जी जान जोखिम में डालेंगे भी और लोगों की परेशानियों को समझेंगे भी. कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने धमांदस्यु पट्टी के आपदाग्रस्त क्षेत्रों बवानी, कठ्या, बडल और धौड्याकला का मुआयना किया है. रास्ते क्षतिग्रस्त हो जाने से सुबोध उनियाल ने जेसीबी के पल्ले में बैठकर गदेरा पार किया.

बता दें, 28 अगस्त को मूसलाधार बारिश ने धमांदस्यु पट्टी के कई गावों में तबाही मचाई, जिससे क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र के मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. अधिकांश खेत बह गये हैं. यहां नदी ने अपना रास्ता बदल दिया है, इससे यहां लगातार खतरा बना हुआ है. कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने टिहरी जिलाधिकारी को सुरक्षा हेतु कार्य करने के लिए निर्देशित भी किया है.

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को रास्ता पार करने के लिए जेसीबी का सहारा लेना पड़ा

बता दें कि उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया था, जिसके बाद से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे कई स्थानों पर मलबा आने के कारण बंद था. हालांकि, देवप्रयाग तक PWD की टीम ने मलबा हटाकर आवाजाही शुरू करा दी थी. अब तोताघाटी में ध्वस्त हुई सड़क को भी विभागीय कर्मचारियों ने आखिरकार छह दिन बाद दुरस्त कर दिया है, जिसके बाद हाईवे पर आवाजाही को चालू कर दिया गया है.

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बंद होने के कारण टिहरी और श्रीनगर में रोजमर्रा की जरूरत का सामान नहीं पहुंच पा रहा था. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन छह दिनों की लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार विभाग ने सड़क निर्माण कर राजमार्ग पर आवाजाही को सुचारू कर दिया है.

पढ़ेंः इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी, गाय को किसी धर्म से न जोड़ें, राष्ट्रीय पशु घोषित करें

टिहरी : सरकार में मंत्री है सुबोध उनियाल. जान जोखिम में डालकर आपदाग्रस्त क्षेत्र में पहुंचे तो सुर्खियों में आ गए. लेकिन उनका क्या जो ऐसी ही कठिन हालातों का सामना रोजाना ही करते हैं. खैर चुनाव है तो मंत्री जी जान जोखिम में डालेंगे भी और लोगों की परेशानियों को समझेंगे भी. कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने धमांदस्यु पट्टी के आपदाग्रस्त क्षेत्रों बवानी, कठ्या, बडल और धौड्याकला का मुआयना किया है. रास्ते क्षतिग्रस्त हो जाने से सुबोध उनियाल ने जेसीबी के पल्ले में बैठकर गदेरा पार किया.

बता दें, 28 अगस्त को मूसलाधार बारिश ने धमांदस्यु पट्टी के कई गावों में तबाही मचाई, जिससे क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र के मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. अधिकांश खेत बह गये हैं. यहां नदी ने अपना रास्ता बदल दिया है, इससे यहां लगातार खतरा बना हुआ है. कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने टिहरी जिलाधिकारी को सुरक्षा हेतु कार्य करने के लिए निर्देशित भी किया है.

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को रास्ता पार करने के लिए जेसीबी का सहारा लेना पड़ा

बता दें कि उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया था, जिसके बाद से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे कई स्थानों पर मलबा आने के कारण बंद था. हालांकि, देवप्रयाग तक PWD की टीम ने मलबा हटाकर आवाजाही शुरू करा दी थी. अब तोताघाटी में ध्वस्त हुई सड़क को भी विभागीय कर्मचारियों ने आखिरकार छह दिन बाद दुरस्त कर दिया है, जिसके बाद हाईवे पर आवाजाही को चालू कर दिया गया है.

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बंद होने के कारण टिहरी और श्रीनगर में रोजमर्रा की जरूरत का सामान नहीं पहुंच पा रहा था. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन छह दिनों की लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार विभाग ने सड़क निर्माण कर राजमार्ग पर आवाजाही को सुचारू कर दिया है.

पढ़ेंः इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी, गाय को किसी धर्म से न जोड़ें, राष्ट्रीय पशु घोषित करें

Last Updated : Sep 2, 2021, 3:42 PM IST
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