ETV Bharat / bharat

Adani Meets Pawar : अडाणी ने शरद पवार से की मुलाकात, पर क्यों ? - अडाणी मोदी शरद पवार

एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उद्योगपति गौतम अडाणी के बीच मुलाकात हुई है. यह मुलाकात किसलिए हुई है, इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है. वैसे, कुछ दिनों पहले ही पवार ने अडाणी का बचाव किया था.

Gautam Adani meets Sharad Pawar
शरद पवार, गौतम अडाणी
author img

By

Published : Apr 20, 2023, 1:59 PM IST

मुंबई : पहले टीवी पर किया बचाव और अब सीधी मुलाकात ... जी हां, बात उद्योगपति गौतम अडाणी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बीच हुई बैठक को लेकर की जा रही है. कुछ दिनों पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने खुलकर गौतम अडाणी का बचाव किया था. उन्होंने कहा था कि अडाणी मामले में जो भी कुछ हो रहा है, उसकी जांच कराने के लिए जेपीसी की जरूरत नहीं है. जेपीसी के जरिए विपक्ष सिर्फ सुर्खियां बटोर सकता है.

इतना ही नहीं, शरद पवार ने यह भी कहा कि अगर किसी विदेशी व्यक्ति ने कुछ भी अडाणी के बारे में कोई रिपोर्ट छाप दी, तो वह सच ही हो, यह जरूरी नहीं है. उसकी क्रेडिबिलिटी को भी देखना होगा. शरद पवार के इतना कहते ही विपक्षी दल भिन्ना गए थे. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने फिर से पवार को अपने स्टैंड पर विचार करने को कहा.

दरअसल, विपक्ष पूरे मामले पर संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग कर रहा है. इस मामले पर संसद में बजट सत्र के दौरान खूब हंगामा हुआ, संसद की कार्यवाही नहीं चल सकी. इस मुद्दे के जरिए विपक्ष लगातार मोदी पर हमलावर है. लेकिन शरद पवार ने जैसे ही इंटरव्यू दिया और अपनी बात कही, तो खलबली सी मच गई थी.

इस पृष्ठभूमिक में आज की मुलाकात पर फिर से चर्चा तेज हो गई है. इन दोनों के बीच बैठक करीब दो घंटे तक चली है. वैसे, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है, कि इस बैठक को किस नजरिए से देखा जाए. क्या यह मुलाकात शिष्टाचार के दायरे में थी, या फिर इसके कुछ और मायने हैं. मीडिया में शरद पवार और अडाणी के बीच हुई मुलाकात की तस्वीरें आई हैं. अडाणी, शरद पवार के आवास सिल्वर ओक गए थे.

यहां यह भी बता दें कि शरद पवार वैसे नेताओं में गिने जाते हैं, जो खुलकर अपनी राय रखते हैं और बिजनेस मामले में उनकी समझ की तारीफ भी की जाती है. क्योंकि वह वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए उनकी राय का हर कोई सम्मान भी करता है. आज की मुलाकात के बाद क्या अडाणी मामले पर फिर से शरद पवार अपनी राय रखेंगे, यह कहना मुश्किल है, लेकिन चर्चा तेज जरूर हो गई है.

वैसे बता दें कि जब विपक्षी दलों ने पवार से कहा कि वे अपने स्टैंड पर विचार करें, तब पवार ने कहा था कि अगर विपक्षी दलों की यही मांग है, तो उन्हें कोई ऐतराज नहीं है. आम आदमी जैसी पार्टी तो सीधे तौर पर मोदी और अडाणी के संबंधों पर सवाल उठा रही है. कांग्रेस की ओर से हर दिन अडाणी और मोदी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. ऐसे में शरद पवार अगर फिर से कुछ बोलते हैं, तो निश्चित तौर पर इसके कई अर्थ निकाले जाएंगे.

ये भी पढ़ें : Sharad Pawar On Adani : शरद पवार ने 2015 में अपनी आत्मकथा में कहा था, मेहनती और जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं अडाणी

मुंबई : पहले टीवी पर किया बचाव और अब सीधी मुलाकात ... जी हां, बात उद्योगपति गौतम अडाणी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बीच हुई बैठक को लेकर की जा रही है. कुछ दिनों पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने खुलकर गौतम अडाणी का बचाव किया था. उन्होंने कहा था कि अडाणी मामले में जो भी कुछ हो रहा है, उसकी जांच कराने के लिए जेपीसी की जरूरत नहीं है. जेपीसी के जरिए विपक्ष सिर्फ सुर्खियां बटोर सकता है.

इतना ही नहीं, शरद पवार ने यह भी कहा कि अगर किसी विदेशी व्यक्ति ने कुछ भी अडाणी के बारे में कोई रिपोर्ट छाप दी, तो वह सच ही हो, यह जरूरी नहीं है. उसकी क्रेडिबिलिटी को भी देखना होगा. शरद पवार के इतना कहते ही विपक्षी दल भिन्ना गए थे. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने फिर से पवार को अपने स्टैंड पर विचार करने को कहा.

दरअसल, विपक्ष पूरे मामले पर संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग कर रहा है. इस मामले पर संसद में बजट सत्र के दौरान खूब हंगामा हुआ, संसद की कार्यवाही नहीं चल सकी. इस मुद्दे के जरिए विपक्ष लगातार मोदी पर हमलावर है. लेकिन शरद पवार ने जैसे ही इंटरव्यू दिया और अपनी बात कही, तो खलबली सी मच गई थी.

इस पृष्ठभूमिक में आज की मुलाकात पर फिर से चर्चा तेज हो गई है. इन दोनों के बीच बैठक करीब दो घंटे तक चली है. वैसे, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है, कि इस बैठक को किस नजरिए से देखा जाए. क्या यह मुलाकात शिष्टाचार के दायरे में थी, या फिर इसके कुछ और मायने हैं. मीडिया में शरद पवार और अडाणी के बीच हुई मुलाकात की तस्वीरें आई हैं. अडाणी, शरद पवार के आवास सिल्वर ओक गए थे.

यहां यह भी बता दें कि शरद पवार वैसे नेताओं में गिने जाते हैं, जो खुलकर अपनी राय रखते हैं और बिजनेस मामले में उनकी समझ की तारीफ भी की जाती है. क्योंकि वह वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए उनकी राय का हर कोई सम्मान भी करता है. आज की मुलाकात के बाद क्या अडाणी मामले पर फिर से शरद पवार अपनी राय रखेंगे, यह कहना मुश्किल है, लेकिन चर्चा तेज जरूर हो गई है.

वैसे बता दें कि जब विपक्षी दलों ने पवार से कहा कि वे अपने स्टैंड पर विचार करें, तब पवार ने कहा था कि अगर विपक्षी दलों की यही मांग है, तो उन्हें कोई ऐतराज नहीं है. आम आदमी जैसी पार्टी तो सीधे तौर पर मोदी और अडाणी के संबंधों पर सवाल उठा रही है. कांग्रेस की ओर से हर दिन अडाणी और मोदी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. ऐसे में शरद पवार अगर फिर से कुछ बोलते हैं, तो निश्चित तौर पर इसके कई अर्थ निकाले जाएंगे.

ये भी पढ़ें : Sharad Pawar On Adani : शरद पवार ने 2015 में अपनी आत्मकथा में कहा था, मेहनती और जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं अडाणी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.