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Bulli Bai App का मास्टरमाइंड प्रतिभाशाली छात्र, पर कक्षा में अब तक नहीं आया: कॉलेज अधिकारी

असम के जोरहाट से पुलिस ने नीरज बिश्नोई को गिरफ्तार किया है. 'बुली बाई' एप्प मामले में यह चौथी गिरफ्तारी (fourth arrest in bully bai app case) है. इस एप्प पर 'नीलामी' के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं का नाम डाला गया था.

मास्टरमाइंड
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Published : Jan 7, 2022, 6:59 AM IST

सीहोर (मध्य प्रदेश): 'बुली बाई' एप्प (bulli bai app) का कथित मास्टर माइंड 21 साल का नीरज बिश्नोई (Bulli Bai app mastermind Niraj Bishnoi) प्रतिभाशाली छात्र के तौर पर जाना जाता है. नीरज मध्य प्रदेश के सीहोर स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज वीआईटी, भोपाल का इंजीनियरिंग छात्र है, लेकिन वह कभी व्यक्तिगत रूप से क्लास में उपस्थित नहीं हुआ. कॉलेज कैम्पस भोपाल से करीब सौ कि.मी की दूरी पर स्थित है. यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी.

गौरतलब है कि बुली बाई एप्प का कथित मास्टर माइंड नीरज को असम के जोरहाट (Niraj Bishnoi arrested from Assam) से गिरफ्तार किया गया है.

सीहोर के अवर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) समीर यादव ने बताया कि कॉलेज अधिकारियों के मुताबिक, नीरज इस इंजीनियरिंग कॉलेज के बी.टेक पाठ्यक्रम में दूसरे वर्ष का छात्र है और अब तक उसने ऑनलाइन कक्षाएं ही ली हैं, क्योंकि कोविड-19 महामारी की वजह से ऑनलाइन कक्षाएं ही हो रही हैं. कॉलेज अधिकारियों का कहना है कि नीरज बिश्नोई प्रतिभाशाली छात्र है.

बता दें कि नीरज बिश्नोई को असम के जोरहाट से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 'बुली बाई' एप्प मामले में यह चौथी गिरफ्तारी (fourth arrest in bully bai app case) है. इस एप्प पर 'नीलामी' के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं का नाम डाला गया था.

इससे पहले इस मामले में मुंबई पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया था. इसमें श्वेता सिंह, विशाल कुमार और मयंक रावल शामिल है. श्वेता सिंह को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया था.

मुंबई पुलिस ने बुधवार को कहा था कि 'बुली बाई' एप्प के सिलसिले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर ऑनलाइन पोस्ट कर उन्हें बदनाम किया जा रहा था. पुलिस ने यह भी दावा किया कि ऐसा लगता है कि आरोपियों ने अपने ट्विटर हैंडल में सिख समुदाय से संबंधित नामों का इस्तेमाल किया था, जिससे कि लोगों को गुमराह किया जा सके और आरोपियों की पहचान न हो पाए.

इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि शहर पुलिस की साइबर इकाई द्वारा उत्तराखंड से गिरफ्तार की गई 18 वर्षीय महिला श्वेता सिंह मुख्य आरोपी है, जिसने एप का ट्विटर हैंडल बनाया था. उन्होंने दावा किया कि सिंह ने 12वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की है और वह इंजीनियरिंग करने की योजना बना रही थी.

इससे पहले दिन में, मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने संवाददाताओं से कहा कि इस मामले में कुछ और लोगों के शामिल होने की आशंका है. मामले में बुधवार तड़के उत्तराखंड से मयंक रावल (21) को गिरफ्तार किया गया. श्वेता सिंह को मंगलवार को उत्तराखंड के ही रुद्रपुर से गिरफ्तार किया गया था, जबकि इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को सोमवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था.

नगराले ने कहा कि मुंबई पुलिस ने दो जनवरी को एप के बारे में शिकायत मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज की, जिसके बाद जांचकर्ताओं ने ऐप और संबंधित ट्विटर हैंडल का तकनीकी विश्लेषण शुरू किया.

पढ़ें : मुंबई पुलिस को चैलेंज कर रहा था बुल्ली बाई मामले का मुख्य आरोपी नीरज

Bulli Bai एप मामले का मुख्य साजिशकर्ता असम से गिरफ्तार

Bulli Bai App: आखिर क्या है ये 'Bulli Bai', जिसपर देशभर में मचा है बवाल

सीहोर (मध्य प्रदेश): 'बुली बाई' एप्प (bulli bai app) का कथित मास्टर माइंड 21 साल का नीरज बिश्नोई (Bulli Bai app mastermind Niraj Bishnoi) प्रतिभाशाली छात्र के तौर पर जाना जाता है. नीरज मध्य प्रदेश के सीहोर स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज वीआईटी, भोपाल का इंजीनियरिंग छात्र है, लेकिन वह कभी व्यक्तिगत रूप से क्लास में उपस्थित नहीं हुआ. कॉलेज कैम्पस भोपाल से करीब सौ कि.मी की दूरी पर स्थित है. यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी.

गौरतलब है कि बुली बाई एप्प का कथित मास्टर माइंड नीरज को असम के जोरहाट (Niraj Bishnoi arrested from Assam) से गिरफ्तार किया गया है.

सीहोर के अवर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) समीर यादव ने बताया कि कॉलेज अधिकारियों के मुताबिक, नीरज इस इंजीनियरिंग कॉलेज के बी.टेक पाठ्यक्रम में दूसरे वर्ष का छात्र है और अब तक उसने ऑनलाइन कक्षाएं ही ली हैं, क्योंकि कोविड-19 महामारी की वजह से ऑनलाइन कक्षाएं ही हो रही हैं. कॉलेज अधिकारियों का कहना है कि नीरज बिश्नोई प्रतिभाशाली छात्र है.

बता दें कि नीरज बिश्नोई को असम के जोरहाट से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 'बुली बाई' एप्प मामले में यह चौथी गिरफ्तारी (fourth arrest in bully bai app case) है. इस एप्प पर 'नीलामी' के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं का नाम डाला गया था.

इससे पहले इस मामले में मुंबई पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया था. इसमें श्वेता सिंह, विशाल कुमार और मयंक रावल शामिल है. श्वेता सिंह को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया था.

मुंबई पुलिस ने बुधवार को कहा था कि 'बुली बाई' एप्प के सिलसिले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर ऑनलाइन पोस्ट कर उन्हें बदनाम किया जा रहा था. पुलिस ने यह भी दावा किया कि ऐसा लगता है कि आरोपियों ने अपने ट्विटर हैंडल में सिख समुदाय से संबंधित नामों का इस्तेमाल किया था, जिससे कि लोगों को गुमराह किया जा सके और आरोपियों की पहचान न हो पाए.

इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि शहर पुलिस की साइबर इकाई द्वारा उत्तराखंड से गिरफ्तार की गई 18 वर्षीय महिला श्वेता सिंह मुख्य आरोपी है, जिसने एप का ट्विटर हैंडल बनाया था. उन्होंने दावा किया कि सिंह ने 12वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की है और वह इंजीनियरिंग करने की योजना बना रही थी.

इससे पहले दिन में, मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने संवाददाताओं से कहा कि इस मामले में कुछ और लोगों के शामिल होने की आशंका है. मामले में बुधवार तड़के उत्तराखंड से मयंक रावल (21) को गिरफ्तार किया गया. श्वेता सिंह को मंगलवार को उत्तराखंड के ही रुद्रपुर से गिरफ्तार किया गया था, जबकि इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को सोमवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था.

नगराले ने कहा कि मुंबई पुलिस ने दो जनवरी को एप के बारे में शिकायत मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज की, जिसके बाद जांचकर्ताओं ने ऐप और संबंधित ट्विटर हैंडल का तकनीकी विश्लेषण शुरू किया.

पढ़ें : मुंबई पुलिस को चैलेंज कर रहा था बुल्ली बाई मामले का मुख्य आरोपी नीरज

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