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Building collapsed in Lucknow : मलबे में फंसे 14 लोगों के लिए संकट मोचन साबित हुई एनडीआरफ, अब भी कई फंसे

उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट ढह गया था. करीब 12 घंटे से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एनडीआरएफ के जवानों ने छत काटकर करीब 14 लोगों को बाहर निकाल लिया है. अंदर मलबे में फंसे लोगों को ऑक्सीजन देने के साथ ही उन्हें बाहर निकालने की प्रयास किए जा रहे हैं.

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Published : Jan 25, 2023, 8:25 AM IST

Updated : Jan 25, 2023, 9:00 AM IST

अब भी कई लोग मलबे में दबे

लखनऊ : राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज स्थित अलाया अपार्टमेंट के ढहने के बाद शासन प्रशासन से जुड़े अधिकारी कर्मचारी आननफानन मौके पर पहुंचे. एनडीआरएफ, दमकल, पुलिस और सेना के जवानों ने देर रात तक रेस्क्यू अभियान चलाकर करीब 14 लोंगों को सुरक्षित निकाल लिया है. हालांकि बिल्डिंग के मलबे में अबी कई लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है. इनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी हैं. मलबे में फंसे लोगों के लिए एनडीआरफ संकट मोचन साबित हुई. वहीं मौके पर पहुंचे यूपी के दोनों डिप्टी सीएम हालात का जायजा लेते रहे और अस्पताल पहुंचकर घायलों के इलाज में कोई कोताही न होने की हिदायत चिकित्सकों को दी.

एनडीआरफ ने 14 लोगों की जान बचायी

बता दें, मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे हजरतगंज स्थित बहुमंजिला अलाया अपार्टमेंट ढह गया. अपार्टमेंट ढहने से आसपास रहने वालों में दहशत फैल गई. आननफानन लोगों ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी. इसके बाद कई अधिकारी मौके पर और रेस्क्यू अभियान शुरू कराया. अपार्टमेंट में 12 फ्लैट थे, जिनमें से आठ से 10 परिवार रहने की बात सामने आ रही है. इनमें करीब लोगों के अंदर होने की बात बताई गई. अपार्टमेंट ढहने के बाद किसी के बाहर निकलने की सूचना नहीं मिली थी. हादसे की सूचना मिलते ही उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक घटनास्थल पर पहुंचे और अत्याधुनिक मशीनों से अभियान चलाकर लोगों को बचाने की बात कही. इसके बाद वे सिविल अस्पताल भी पहुंचे. वहीं NDRF व अन्य टीमों ने लोगों को बाहर निकालना शुरू किया. इसके अलावा मौके पर मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह समेत कई अधिकारी पहुंच गए.

वजीर हसन रोड पर बना अलाया अपार्टमेंट विवादों में रहे यजदान बिल्डर्स द्वारा बनाए जाने की बात सामने आई है. इस अपार्टमेंट का भी अवैध तरीके से निर्माण कराने की बात सामने आ रही है. बिल्डिंग निर्माण में एलडीए की अनदेखी भी कही जा रही है. अपार्टमेंट बनाने के लिए तय क्षेत्रफल 2000 वर्ग मीटर से कहीं कम पर यह बिल्डिंग बनी थी. अलाया अपार्टमेंट का निर्माण करीब 20 साल में किया गया है. छोटे से प्लॉट पर बनाया गया अपार्टमेंट बिल्डर के लालच और लखनऊ विकास प्राधिकरण की अनदेखी का एक बड़ा नमूना है. बताते हैं कि अपार्टमेंट निर्माण के लिए नक्शा भी पास नहीं कराया है.

अपार्टमेंट के मलबे में फंसे लोगों के परिजनों में मातम का माहौल है. अपार्टमेंट के बाहर मौजूद परिजन अपने परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं.‌ परिजनों का रोते हुए बुरा हाल है. अपार्टमेंट में जो परिवार रहते थे उनके रिश्तेदार अपार्टमेंट बाहर उनकी खैर खबर लेने के लिए इंतजार कर रहे हैं. रिश्तेदारों का रो रो कर बुरा हाल है. अपार्टमेंट में काम करने वाले लोगों के परिजनों को भी अपने परिवार के सदस्य की चिंता सता रही है. अपार्टमेंट के सामने मौजूद एक महिला ने बताया कि उनकी माताजी शाहजहां फ्लैट में काम करने जाती थीं. वह घर से काम करने के लिए निकली थीं अब तक वापस नहीं आई हैं.

यह भी पढ़ें : Republic day parade rehearsal : छात्राओं से छेड़छाड़ के विरोध में छात्रों में हिंसक झड़प, 40 से अधिक घायल

अब भी कई लोग मलबे में दबे

लखनऊ : राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज स्थित अलाया अपार्टमेंट के ढहने के बाद शासन प्रशासन से जुड़े अधिकारी कर्मचारी आननफानन मौके पर पहुंचे. एनडीआरएफ, दमकल, पुलिस और सेना के जवानों ने देर रात तक रेस्क्यू अभियान चलाकर करीब 14 लोंगों को सुरक्षित निकाल लिया है. हालांकि बिल्डिंग के मलबे में अबी कई लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है. इनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी हैं. मलबे में फंसे लोगों के लिए एनडीआरफ संकट मोचन साबित हुई. वहीं मौके पर पहुंचे यूपी के दोनों डिप्टी सीएम हालात का जायजा लेते रहे और अस्पताल पहुंचकर घायलों के इलाज में कोई कोताही न होने की हिदायत चिकित्सकों को दी.

एनडीआरफ ने 14 लोगों की जान बचायी

बता दें, मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे हजरतगंज स्थित बहुमंजिला अलाया अपार्टमेंट ढह गया. अपार्टमेंट ढहने से आसपास रहने वालों में दहशत फैल गई. आननफानन लोगों ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी. इसके बाद कई अधिकारी मौके पर और रेस्क्यू अभियान शुरू कराया. अपार्टमेंट में 12 फ्लैट थे, जिनमें से आठ से 10 परिवार रहने की बात सामने आ रही है. इनमें करीब लोगों के अंदर होने की बात बताई गई. अपार्टमेंट ढहने के बाद किसी के बाहर निकलने की सूचना नहीं मिली थी. हादसे की सूचना मिलते ही उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक घटनास्थल पर पहुंचे और अत्याधुनिक मशीनों से अभियान चलाकर लोगों को बचाने की बात कही. इसके बाद वे सिविल अस्पताल भी पहुंचे. वहीं NDRF व अन्य टीमों ने लोगों को बाहर निकालना शुरू किया. इसके अलावा मौके पर मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह समेत कई अधिकारी पहुंच गए.

वजीर हसन रोड पर बना अलाया अपार्टमेंट विवादों में रहे यजदान बिल्डर्स द्वारा बनाए जाने की बात सामने आई है. इस अपार्टमेंट का भी अवैध तरीके से निर्माण कराने की बात सामने आ रही है. बिल्डिंग निर्माण में एलडीए की अनदेखी भी कही जा रही है. अपार्टमेंट बनाने के लिए तय क्षेत्रफल 2000 वर्ग मीटर से कहीं कम पर यह बिल्डिंग बनी थी. अलाया अपार्टमेंट का निर्माण करीब 20 साल में किया गया है. छोटे से प्लॉट पर बनाया गया अपार्टमेंट बिल्डर के लालच और लखनऊ विकास प्राधिकरण की अनदेखी का एक बड़ा नमूना है. बताते हैं कि अपार्टमेंट निर्माण के लिए नक्शा भी पास नहीं कराया है.

अपार्टमेंट के मलबे में फंसे लोगों के परिजनों में मातम का माहौल है. अपार्टमेंट के बाहर मौजूद परिजन अपने परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं.‌ परिजनों का रोते हुए बुरा हाल है. अपार्टमेंट में जो परिवार रहते थे उनके रिश्तेदार अपार्टमेंट बाहर उनकी खैर खबर लेने के लिए इंतजार कर रहे हैं. रिश्तेदारों का रो रो कर बुरा हाल है. अपार्टमेंट में काम करने वाले लोगों के परिजनों को भी अपने परिवार के सदस्य की चिंता सता रही है. अपार्टमेंट के सामने मौजूद एक महिला ने बताया कि उनकी माताजी शाहजहां फ्लैट में काम करने जाती थीं. वह घर से काम करने के लिए निकली थीं अब तक वापस नहीं आई हैं.

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Last Updated : Jan 25, 2023, 9:00 AM IST
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