मैसूर: कर्नाटक के मैसूर में टी नरसीपुर तालुक के नग्गेनहल्ली कोप्पलु गांव में एक भाई ने अपने बड़े भाई और भाभी की फावड़े से सिर पर वार करके बेरहमी हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि जमीनी विवाद के चलते आरोपी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद आरोपी ने थाने आकर आत्मसमर्पण कर दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना रविवार शाम की बताई जा रही है.
पुलिस ने बताया कि टी नरसीपुर तालुक में नुगेनहल्ली कोप्पलु गांव के पास जीनुगुड्डा के पास लगभग 170 एकड़ जमीन है. उसमें मौजूद 15 गुंटा ज़मीन पर शिवलिंगु (62) और भारती (55) अपना गुजारा करते थे. पुलिस ने बताया कि इलाकाई लोगों का कहना है कि शिवलिंगु का भाई हनुमंतु (60) इस जगह में हिस्सा देने के लिए अक्सर अपने बड़े भाई से झगड़ा करता था.
पुलिस के मुताबिक भाई ने हिस्सा देने से इंकार कर दिया था. जमीन में हिस्सा देने को लेकर गांव में कई बार शिवलिंगू और हनुमंतु के बीच समझौता वार्ता हुई, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. इसी बात को लेकर भाइयों के बीच कई बार झगड़ा भी हुआ. पुलिस ने बताया कि मंगलवार दोपहर भारती और शिवलिंगू रोज की तरह खेत में काम करने आए थे. तभी वहां आये हनुमंतु ने जमीन में हिस्सा देने की बात कही.
इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा होने लगा और जल्द ही यह झगड़ा हिंसक बन गया. जब शिवलिंगु ने कहा कि वह किसी भी कारण से जमीन नहीं छोड़ेगा, तो हनुमंतु आक्रोशित हो गया और वहां पर रखे फावड़े से उसने अपने भाई के सिर पर वार कर दिया. हनुमंतु को रोकने आई उसकी भाभी पर भी उसने हमला कर दिया. अधिक खून बहने से दंपत्ति की मौके पर ही मौत हो गई.
हत्या के बाद हनुमंतु ने खुद थाने में फोन कर बताया कि उसने ही अपने भाई और भाभी की हत्या कर दी है. कुछ देर बाद वह खुद ही थाने पहुंच गया और सरेंडर कर दिया. मामले की जानकारी मिलने के बाद मैसूर जिले की पुलिस अधीक्षक सीमा लाटकर ने मौके का दौरा किया.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एसपी सीमा लाटकर ने कहा कि ग्रामीणों के मुताबिक, नग्गेनहल्ली के ग्रामीणों ने जीनुगुड्डा में 170 एकड़ जमीन पर खेती की है. शिवलिंगु और भारती ने 15 गुंटा ज़मीन पर खेती की थी. इसमें आरोपी हनुमंतु अपने भाई से हिस्सा देने के लिए अक्सर मारपीट करता था. मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.