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चीन सीमा पर बीआरओ को मिली 16 किमी सड़क निर्माण की मंजूरी, 150 करोड़ की आएगी लागत

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Published : Apr 26, 2022, 4:27 PM IST

सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चीन सीमा (india china border) पर सड़कों का निर्माण होने जा रहा है. इसके लिए बीआरओ (Border Roads Organisation) के एक प्रोजेक्ट को स्वीकृत मिल चुकी है, जबकि एक प्रोजेक्ट स्वीकृति के लिए निदेशालय भेजा गया है. दोनों प्रोजेक्टों के तहत सीमा पर 30 किमी से अधिक लंबी सड़क का निर्माण किया जाना है.

road construction on india china border
भारत चीन सीमा पर सड़क निर्माण

उत्तरकाशी: भारत चीन सीमा (india china border) पर सुविधाओं के विकास के लिए सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, जिसके तहत बीआरओ (Border Roads Organisation) ने दो प्रस्ताव तैयार किए थे. इनमें से एक प्रस्ताव को स्वीकृति मिल चुकी है. इस प्रस्ताव के तहत सीमा पर करीब डेढ़ सौ करोड़ की लागत से 16 किमी सड़क का निर्माण किया जाना है. इस सड़क का निर्माण मई से शुरू कर दिया जाएगा. सड़क निर्माण कार्य को तीन वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.

बता दें कि सड़क निर्माण के प्रथम चरण के तहत कटिंग कार्य किया जाएगा. वहीं, बीआरओ ने सीमा पर सड़क निर्माण का दूसरा प्रस्ताव भी भेजा है, जिसके तहत करीब 17 किमी सड़क निर्माण किया जाना है. बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रस्ताव को भी जल्द स्वीकृति मिलने की संभावना है. स्वीकृति मिलते ह‌ी उक्त प्रोजेक्ट पर भी कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वहीं भैरवघाटी से आगे मोटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें-चीन से बिगड़े रिश्तों के चलते गुंजी मंडी से चीनी सामान 'गायब', भारतीय सामान 5 गुना महंगा

मेजर बीनू ने बताया कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत भैरव घाटी से आगे नेलोंग, नागा, अंगार और पीडीए को जोड़ने वाला मार्ग मेडिके (भारत-चीन सीमा) तक एनएच घोषित कर दिया गया है. इससे अब सोनम से आगे भी मोटर मार्ग डबल लाइन हो जाएगी. इसके साथ ही एनएच होने से भी उक्त पूरे क्षेत्र में लगातार मरम्मत व सुधारीकरण कार्य होते रहेंगे. भैरवघाटी से मे‌‌डिके तक करीब 61 किमी मोटर मार्ग एनएच घो‌षित किया गया है.

उत्तरकाशी: भारत चीन सीमा (india china border) पर सुविधाओं के विकास के लिए सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, जिसके तहत बीआरओ (Border Roads Organisation) ने दो प्रस्ताव तैयार किए थे. इनमें से एक प्रस्ताव को स्वीकृति मिल चुकी है. इस प्रस्ताव के तहत सीमा पर करीब डेढ़ सौ करोड़ की लागत से 16 किमी सड़क का निर्माण किया जाना है. इस सड़क का निर्माण मई से शुरू कर दिया जाएगा. सड़क निर्माण कार्य को तीन वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.

बता दें कि सड़क निर्माण के प्रथम चरण के तहत कटिंग कार्य किया जाएगा. वहीं, बीआरओ ने सीमा पर सड़क निर्माण का दूसरा प्रस्ताव भी भेजा है, जिसके तहत करीब 17 किमी सड़क निर्माण किया जाना है. बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रस्ताव को भी जल्द स्वीकृति मिलने की संभावना है. स्वीकृति मिलते ह‌ी उक्त प्रोजेक्ट पर भी कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वहीं भैरवघाटी से आगे मोटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर दिया गया है.

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मेजर बीनू ने बताया कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत भैरव घाटी से आगे नेलोंग, नागा, अंगार और पीडीए को जोड़ने वाला मार्ग मेडिके (भारत-चीन सीमा) तक एनएच घोषित कर दिया गया है. इससे अब सोनम से आगे भी मोटर मार्ग डबल लाइन हो जाएगी. इसके साथ ही एनएच होने से भी उक्त पूरे क्षेत्र में लगातार मरम्मत व सुधारीकरण कार्य होते रहेंगे. भैरवघाटी से मे‌‌डिके तक करीब 61 किमी मोटर मार्ग एनएच घो‌षित किया गया है.

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