विशाखापत्तनम : रक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में भारत को एक और सफलता मिली है. मंगलवार को पश्चिमी तट पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos supersonic cruise missile) का सफल परीक्षण किया गया.
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण (brahmos supersonic cruise missile successful test) भारतीय नौसेना के विध्वंसक पोत आईएनएस विशाखापत्तनम से किया गया.
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, इसका समुद्र से समुद्र में मार करने वाला संस्करण है. भारतीय नौसेना के सूत्र के मुताबिक ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का अधिकतम सीमा पर परीक्षण किया गया और मिसाइल सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदने में सफल रहा.
बता दें कि 8 दिसंबर, 2021 को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के वायु संस्करण का परीक्षण किया गया था. मिसाइल का ओडिशा तट से दूर सुखोई 30 एमके–I से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था. ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की सफल टेस्ट फायरिंग पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, ब्रह्मोस, भारतीय वायु सेना और उद्योग की प्रशंसा की थी.
दिसंबर, 2021 में वायु संस्करण के परीक्षण में विमान से लॉन्च की गई मिसाइल ने सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए पूर्व नियोजित गति प्रक्षेप पथ (ट्रजेक्टरी) का पालन किया था. ब्रह्मोस के वायु संस्करण का पिछला परीक्षण जुलाई 2021 में किया गया था.
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बता दें कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल भारत और रूस का संयुक्त उद्यम है. मिसाइल के विकास, उत्पादन और मार्केटिंग के लिए भारत (डीआरडीओ) और रूस (एनपीओएम) संयुक्त रूप से काम करते हैं. ब्रह्मोस एक शक्तिशाली आक्रामक मिसाइल हथियार प्रणाली है जिसे पहले ही सशस्त्र बलों में शामिल किया जा चुका है.
(एजेंसी इनपुट)