तमिलनाडु: एक हिंदू-समर्थक संगठन, हिंदू मुन्नानी द्वारा तमिलनाडु के तंजावुर जिले के कई हिस्सों में भगवा पहने अंबेडकर के पोस्टर लगाए जाने के बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया. देश ने मंगलवार को अंबेडकर की 66वीं पुण्यतिथि मनाई गई, हालांकि प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर को कई जगह से फाड़ दिया. विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) सहित कई राजनीतिक दलों ने पोस्टरों पर आपत्ति जताई है. अब तक इस मामले पर कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन वीसीके ऐसा करने पर विचार कर रही है और पोस्टरों में भगवा रंग में अंबेडकर के खिलाफ विरोध की घोषणा की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्षी नेताओं ने मंगलवार को भारत के संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके संघर्षों ने लाखों लोगों को उम्मीद दी है. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ संसद परिसर में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने ट्वीट किया 'महापरिनिर्वाण दिवस पर, मैं डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और हमारे राष्ट्र के लिए उनकी अनुकरणीय सेवा को याद करता हूं. उनके संघर्षों ने लाखों लोगों को उम्मीद दी और भारत को इतना व्यापक संविधान देने के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकता.'
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी मंगलवार को बीआर अंबेडकर को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की, पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के आदर्शों की फिर से पुष्टि करने का समय है, जिसका वह वास्तव में समर्थन करते थे. खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर चौधरी ने संसद परिसर में अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की.
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मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक ट्वीट में लिखा 'हम भारतीय हैं, सबसे पहले और अंत में' - बाबासाहेब डॉ. बीआर अम्बेडकर. बाबासाहेब के महापरिनिर्वाण दिवस पर, यह स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के आदर्शों की फिर से पुष्टि करने का समय है, जिसका उन्होंने सही मायने में समर्थन किया था.'