श्रीनगर : केंद्र सरकार ने एक अहम फैसले में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद प्रभावित परिवारों के बच्चों और मुस्लिम और गैर-मुस्लिम प्रवासी बच्चों के लिए 4 एमबीबीएस और बीडीएस सीटें आरक्षित की हैं.
जम्मू और कश्मीर बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन (बीओपीईई) द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया है कि जिन छात्रों ने अपने माता-पिता या अपने घर के एकमात्र कमाने वाले को आतंकवादी हमले में खो दिया है, उन्हें इस कोटा के लिए पात्र माना जाएगा (BOPEE reserves four medical seats).
इस संबंध में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से आवंटन मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर व्यावसायिक परीक्षा बोर्ड (बीओपीईई) ने नीट 2022 में सफल होने वालों से आवेदन मांगे हैं. पात्र उम्मीदवारों से आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 18 नवंबर 2022 निर्धारित की गई है.
इन चार सीटों में नालंदा मेडिकल कॉलेज पटना बिहार, गवर्नमेंट चंडीगढ़, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली और एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर में एक-एक सीट आरक्षित की गई है.
बीओपीईई द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार ऐसे व्यक्तियों या परिवारों के बच्चे पात्र हैं जिन्हें अपने कर्तव्यों के प्रदर्शन के दौरान विशेष रूप से उग्रवादी अभियानों के दौरान खतरों का सामना करना पड़ता है. उग्रवादी संगठनों की हिट लिस्ट में शामिल व्यक्तियों के बच्चों को अतिरिक्त वेटेज दिया जाएगा. मुस्लिम या गैर मुस्लिम व्यक्तियों के बच्चे जिन्हें मौजूदा परिस्थितियों के कारण पलायन करना पड़ता है, उन्हें भी इस श्रेणी में रखा जाता है.
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