ग्वालियर। प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता व निर्देशक यशपाल शर्मा मध्यप्रदेश के ग्वालियर पहुंचे. अभिनेता यशपाल शर्मा ने हरियाणा के लोक कलाकार पंडित लक्ष्मीचंद की बायोपिक पर दादा लखमी के नाम से एक फिल्म का निर्देशन किया है. जिसका प्रमोशन करने के लिए वे ग्वालियर पहुंचे हैं. पत्रकारों से बात करते हुए अभिनेता ने कहा की "मैं कभी भी अश्लीलता वाली फिल्म नहीं बनाऊंगा, लेकिन जिस तरह की मांग है, काम करूंगा.
टॉलीवुड ने बॉलीवुड को मारा तमाचा: वहीं बॉलीवुड की फिल्मों के बारे में अभिनेता यशपाल शर्मा का कहना था "दक्षिण भारत के निर्माता मेहनत करते हैं. उनकी क्रिएटिविटी पर्दे पर नजर आती है. पुष्पा, आरआरआर और केजीएफ जैसी फिल्मों के माध्यम से टॉलीवुड ने बॉलीवुड को जोरदार तमाचा मारा है. वहीं ओटीटी प्लेटफार्म पर आ रही वल्गर और वॉयलेंस वाली फिल्मों के बारे में उनका कहना था की इस तरह की फिल्में युवाओं और बच्चों को गहरे तक प्रभावित करती है. इसके लिए अलग से सेंसरशिप लाई जानी चाहिए. इसके साथ ही आदिपुरुष फिल्म के बारे में उन्होंने कहा के आप आस्तिक हो या नास्तिक लेकिन किसी भी धर्म की बेइज्जती या किसी को मिसगाइड करने का अधिकार आपके पास नहीं है. आजकल की वेब सीरीज के बारे में उनका कहना था की आज बेवजह फिल्मों में गालियों को डाला जाता है."
यशपाल ने बायोपिक बनाने से पहले काफी रिसर्च किया: बता दें कि हरियाणवी लोक फिल्म दादा लखमी को बनाने के लिए यशपाल शर्मा ने 17 किताबें पढ़ी. इस फिल्म को 71 इंटरनेशनल अवार्ड और 28 नेशनल अवार्ड मिल चुके हैं. वही पंडित लख्मीचंद के बारे में यशपाल शर्मा ने बताया कि हरियाणा जाट के लोक कलाकार पंडित लख्मीचंद कभी स्कूल नहीं गए. उन्हें तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा. कुएं के अंदर बैठकर संगीत याद किया. युवाओं के लिए इस फिल्म में काफी सारी प्रेरणादायक चीजें डाली गई हैं.