मुंबई : बार्ज पी-305 पर मौजूद लोगों में से कम से कम 37 की मौत हो चुकी है और 49 लोग अब भी लापता हैं. यह बार्ज चक्रवात तौकते के कारण मुंबई के तट से कुछ दूर सागर में फंसने के बाद डूब गया था.नौसेना की ओर से बुधवार को बताया गया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए उसके जवानों ने बार्ज पी-305 पर मौजूद 261 लोगों में से अब तक 188 को बचा लिया है, दो लोगों को 'टगबोट' वारप्रदा से बचाया गया है. अभी तक 37 शवों को बरामद किया गया है और बार्ज पी-305 पर मौजूद 49 लोग अब भी लापता हैं जो सोमवार को डूब गया था.
नौसेना ने इससे पहले बताया था कि बार्ज पर 273 लोग मौजूद थे, लेकिन बुधवार की शाम को एक अधिकारी ने इसका संचालन करने वाली कंपनी के हवाले से बताया कि बार्ज पर 261 थे. मुंबई पुलिस जांच करेगी कि चक्रवात तौकते के बारे में चेतावनी जारी करने के बावजूद बार्ज पी-305 उस क्षेत्र में क्यों रुका रहा. दक्षिण मुंबई में येलो गेट पुलिस ने बार्ज पर मौजूद लोगों में से जिनका शव बरामद हुआ है, उस सिलसिले में एक दुर्घटनावश मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की है. नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो अन्य बार्ज और एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं.
प्रवक्ता ने बताया, मुंबई और गुजरात में तीसरे दिन भी तलाश एवं बचाव अभियान अभी जारी है और लोगों को तट तक सुरक्षित लाने की उम्मीद हमने अब तक नहीं छोड़ी है. हालांकि लोगों के सुरक्षित मिलने की उम्मीद समय बीतने के साथ क्षीण पड़ती जा रही है.
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उल्लेखनीय है कि ये बार्ज चक्रवात तौकते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे. इस बीच नौसेना का युद्धपोत आईएनएस कोच्चि बार्ज पी-305 से बचाए गए 186 लोगों में से 125 को लेकर बुधवार सुबह मुंबई पहुंचा था. प्रवक्ता ने बताया कि इनके साथ ही 22 शवों को भी लाया गया था.