पटना : बिहार के मनेर थाना क्षेत्र में ईंट भट्ठे की चिमनी ब्लास्ट हो गई. हादसे में 4 मजदूरों की मौत हो गई. मरने वालों में सबसे ज्यादा महिला मजदूर रांची की रहने वाली हैंं, जिनमें घूर्नी देवी (झारखंड), सुगंती देवी (झारखंड), शीला देवी (झारखंड) और बिहार के गया की सीता देवी की मौत हो गई. घायलों को पटना रेफर किया गया है. हादसे में चिमनी के मलबे में कई मजदूर दबे होने की आशंका के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
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व्यापुर गांव में लकी चिमनी भट्ठा में ये भीषण हादसा हुआ. बताया जा रहा है कि भट्ठा काफी पुराना था, बार-बार चेतावनी के बावजूद भी भट्ठा मालिक इस भट्ठे को बंद नहीं कर रहा था. यही हादसे की वजह बन गया. फिलहाल भट्ठे का मालिक फरार है. स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. घायलों को पटना पहुंचाया जहां उनका इलाज चल रहा है. इस हादसे में शुरू में दो लोगों के मौत की खबर आई लेकिन आंकड़ा बढ़ते-बढ़ते 4 तक पहुंच गया.
सरकार लगातार पुराने ईंट भट्ठा को बंद कर कार्रवाई का आदेश देती हैं लेकिन ऐसे भट्ठा संचालक धड़ल्ले से नियमों को ताक पर रखकर संचालन कर रहे हैं. प्रशासन भी चेतावनी जारी कर सिर्फ हादसे के इंतजार में हाथ पर हाथ धरकर बैठा हुआ है. बीते साल भी एक ईंट भट्ठा पर हादसा हुआ था जहां ईंट भट्ठा मालिक की झुलसकर मौत हो गई थी.
वहीं इस संबध में मनेर थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मनेर थानाक्षेत्र के ब्यापुर गांव के लकी ईट भट्ठा पर चिमनी ब्लास्ट करने के बाद कई मजदूर घायल हो गए जिसमें 4 महिला मजदूर की मौत हो गई है, जबकि अन्य मजदूर घायल हैं. जिनका इलाज पटना में चल रहा है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दानापुर भेज दिया है.
''मनेर में सूचना मिली है कि चिमनी की दीवार धंसी है. ब्लास्ट नहीं हुई है. छह मजदूर में चार की मौत हो गई. दो लोगों का इलाज हो रहा है. उन चारों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है.'' कृष्ण कुमार, डीएसपी