भुवनेश्वर: ओडिशा में हाल में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान अचानक बिजली गुल होने के मामले को गंभीरता से लिया गया. इस मामले में राज्यपाल ने मुख्य सचिव और विश्वविद्यालय के कुलपति से 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है. कार्यक्रम के दौरान अचानक बिजली गुल के बावजूद राष्ट्रपति ने अपना संबोधन जारी रखा था.
ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने ओडिशा के मुख्य सचिव और एमएससीबी (MSCB) विश्वविद्यालय के कुलपति से 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है. राज्यपाल छह मई को बारीपदा में महाराजा श्रीराम चंद्र भंजदेव विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के दौरान बिजली कटौती के संबंध में एक रिपोर्ट मांगी. राज्यपाल ने मुख्य सचिव पीके जेना और महाराजा श्रीराम चंद्र भंजदेव विश्वविद्यालय के कुलपति संतोष त्रिपाठी को सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है.
राज्य सरकार द्वारा संचालित विश्वविद्यालय के सभागार में सुबह 11.56 बजे से दोपहर 12.05 बजे के बीच लगभग 9 मिनट के लिए बिजली गुल हो गई जब राष्ट्रपति मुर्मू 6 मई को दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहीं थीं. सभागार में बिजली की आपूर्ति बाधित होने के बावजूद, राष्ट्रपति ने बिना किसी विराम के अपना भाषण जारी रखा. उन्होंने पोडियम से आने वाली मंद रोशनी की मदद से भाषण पढ़ा. सूत्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय में बिजली की आपूर्ति बरकरार थी क्योंकि हवा की स्थिति और पंखे काम कर रहे थे. हालांकि, राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान अचानक बत्ती गुल हो गई. राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान बिजली गुम होने की घटना लापरवाही को दर्शाता है. इसे सुरक्षा के लिहाज से भी देखा जा सकता है. बीजेपी ने इस घटना की निंदा की.