नई दिल्ली: कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए नए विकलांगता पेंशन नियमों को लेकर भाजपा की आलोचना की. खड़गे ने आरोप लगाया कि इस कदम से उसका 'फर्जी राष्ट्रवाद' एक बार फिर दिखाई दे रहा है. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि पीएम नरेंद्र मोदी सरकार जवानों, पूर्व-सेवा कर्मियों और दिग्गजों के कल्याण के खिलाफ काम करने में एक आदतन अपराधी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अखिल भारतीय पूर्व सैनिक कल्याण संघ ने रक्षा कर्मियों और उनकी विधवाओं की विकलांगता और मृत्यु लाभ पर नई नीति का कड़ा विरोध किया है. रक्षा मंत्रालय द्वारा बुधवार को यह नीति सार्वजनिक की गई. एक्स पर अपने पोस्ट में खड़गे ने कहा, 'बीजेपी का फर्जी राष्ट्रवाद हमारे बहादुर सशस्त्र बलों के लिए नए विकलांगता पेंशन नियमों में एक बार फिर दिखाई दे रहा है! उन्होंने कहा कि लगभग 40 फीसदी सेना के अधिकारी विकलांगता पेंशन के साथ सेवानिवृत्त होते हैं और वर्तमान नीति में बदलाव पिछले कई निर्णयों, नियमों और स्वीकार्य वैश्विक मानदंडों का उल्लंघन होगा.
कांग्रेस प्रमुख ने दावा किया, 'अखिल भारतीय पूर्व सैनिक कल्याण संघ ने मोदी सरकार की इस नई नीति का कड़ा विरोध किया है. ये असैनिक कर्मचारियों की तुलना में सैनिकों को नुकसान पहुचाएगी. खड़गे ने कहा कि जून 2019 में मोदी सरकार इसी तरह के विश्वासघात के साथ सामने आई थी जब उसने घोषणा की थी कि वह विकलांगता पेंशन पर कर लगाएगी. उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार हमारे जवानों, पूर्व सैनिकों और दिग्गजों के कल्याण के खिलाफ काम करने में आदतन अपराधी है.' खड़गे ने दावा किया कि अग्निपथ योजना एक स्पष्ट स्वीकारोक्ति है कि मोदी सरकार के पास सैनिकों के लिए धन नहीं है.