मुंबई: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्य महाराष्ट्र में किसानों, युवाओं और आदिवासियों की दिक्कतों के मूल कारण हैं. राहुल गांधी का 20 नवंबर की तिथि वाला एक बयान सोमवार को जारी किया गया. इस बयान के अनुसार राहुल ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के महाराष्ट्र चरण के दौरान कहा कि उन किसानों की आवाज सुनी, जिनकी लंबे समय से जारी दिक्कतें हाल के वर्षों में बढ़ती लागत, अनिश्चित कीमतों और खराब समय में कृषकों का समर्थन करने वाली बीमा योजनाओं की विफलता के कारण और बढ़ गई हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य के युवाओं की आवाज सुनी जो कड़ी मेहनत और बलिदान के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने के लिए काम न पाने को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि साथ ही आदिवासियों की आवाज भी सुनी. गांधी ने आरोप लगाया, 'इन दिक्कतों का मूल कारण भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कार्य हैं, जो कुछ लोगों के हाथों में धन और शक्ति केंद्रित करते हैं. संस्कृति, धर्म, जाति और भाषा का उपयोग करके भारतीयों को एक-दूसरे के खिलाफ विभाजित करने के उनके एजेंडे से स्थिति और खराब हो गई है.'
उन्होंने कहा कि इस एजेंडा के खिलाफ खड़े होना महाराष्ट्र की समृद्ध प्रगतिशील परंपरा है. उन्होंने कहा कि कई समर्पित नागरिक संगठनों और साहित्यिक, सांस्कृतिक और फिल्मी क्षेत्रों के आगे की सोच रखने वाले कलाकारों के साथ यह जीवंत बना हुआ है. गांधी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र में दाखिल हुई और बुलढाणा जिले से राज्य से निकल रही थी, जहां मराठा शासक की मां राजमाता जीजाबाई का जन्म हुआ था.
कांग्रेस नेता गांधी ने कहा कि उनसे और साथ ही महाराष्ट्र के महान समाज सुधारकों और आध्यात्मिक नेताओं- शाहूजी महाराज, जोतिबा और सावित्रीबा फुले, अहिल्याबाई होल्कर, बाबासाहेब आंबेडकर, शिरडी साईंबाबा, गजानन महाराज और कई अन्य लोगों से प्रेरणा लेना उनका सौभाग्य है. उन्होंने कहा, 'सदियों से, इन महान पुरुषों और महिलाओं ने समानता, बंधुत्व और सामाजिक न्याय का संदेश फैलाया है.'
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गांधी ने कहा कि यात्रा के महाराष्ट्र चरण के दौरान, वह ऐतिहासिक मंदिरों और गुरुद्वारों में गए और वारकरियों, भिक्षुओं और सूफियों के साथ यात्रा की. यात्रा का महाराष्ट्र चरण 7 नवंबर को नांदेड़ से शुरू हुआ था और राज्य में हिंगोली, वाशिम, अकोला और बुलढाणा जिलों से गुजरते हुए 380 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की. पैदल मार्च रविवार शाम को मध्य प्रदेश की सीमा पर पहुंचा और पड़ोसी राज्य के बुरहानपुर में प्रवेश करने से पहले दो दिनों के लिए निमखेड़ में रुका. भारत जोड़ो यात्रा, कांग्रेस की एक जनसंपर्क पहल है, जो सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी.
(पीटीआई-भाषा)