मुंबई : शिवसेना ने कहा कि भाजपा केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर एमवीए सरकार के नेताओं को निशाना बना रही है. एमवीए सरकार में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस शामिल हैं.
शिवसेना के मुखपत्र सामना के सम्पादकीय में कहा गया कि आमतौर पर लोग कहते हैं कि उन्हें सरकार पर अब भरोसा नहीं रहा लेकिन महाराष्ट्र में इसके विपरीत है. राज्य में भाजपा हास्य का पात्र बन गई है. सम्पादकीय में कहा गया कि केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग और स्वापक नियंत्रण ब्युरो (एनसीबी) का इस्तेमाल भाजपा अपने एजेंडा के लिए कर रही है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ईडी और सीबीआई द्वारा किए गए इन हमलों का पर्दाफाश किया है. ये हमले, शिखंडी को ढाल की तरह इस्तेमाल करने के समान हैं. महाभारत में कौरवों और पांडवों के पितामह भीष्म को मारने में शिखंडी की मदद ली गई थी. शिवसेना ने भाजपा और केन्द्र पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सवालों का सामना नहीं करते और जो सवाल करता है, उसे रास्ते से हटा देते हैं.
सम्पादकीय में कहा गया कि भाजपा और केन्द्र में उनकी सरकार लोकतंत्र, संविधान, कानून-व्यवस्था में विश्वास नहीं रखती. वे विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों को स्वीकार नहीं करती. राजनीति में यह नई घटना उनकी मानसिकता दिखाती है. सस्ती चरस पीने के कारण उनके दिमाग में ऐसी बातें आ रही हैं.
शिवसेना ने 2019 विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद साझा करने के मुद्दे पर समझौता ना होने पर लंबे समय से सहयोगी रही भाजपा से नाता तोड़ लिया था. इसके बाद शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य में एमवीए सरकार बनाई थी.
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मराठी दैनिक समाचारपत्र में कहा गया कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने उन परिस्थितियों को स्पष्ट किया है, जिनके तहत शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि ठाकरे के राज्य का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन पर हमला बोलकर वे सिर्फ अपनी हताशा दूर करना चाह रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)