नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने संसद को 'रोम का थियेटर (कोलोसियम) बना दिया है जहां प्रधानमंत्री 'ग्लेडिएटर' की तरह 'मोदी, मोदी' के नारों के बीच सदन में आते हैं.' मोइत्रा जाहिर तौर पर बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने पर भाजपा सदस्यों द्वारा की गई नारेबाजी की तरफ इशारा कर रही थीं.
चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की विजय के बाद बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र लोकसभा में पहुंचे तो भाजपा सदस्यों ने करीब एक मिनट तक 'मोदी, मोदी' के नारे लगाए और मेजें थपथपाईं. तृणमूल कांग्रेस सदस्य ने सदन में '2022-23 के लिए नागर विमानन मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों' पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 1972 में संसद में कहा था कि 'इन दिनों नई दिल्ली का माहौल घुटन वाला है. इसमें आजादी से सांस लेना मुश्किल है. आकाशवाणी पर सुबह से रात तक किसी प्रधानमंत्री के प्रशस्ति गान, सिनेमा के पर्दे पर दुष्प्रचार के बीच विपक्ष में बैठे लोग इससे कैसे लड़ सकते हैं.'
मोइत्रा ने कहा, 'यह भारत की शायद सबसे बड़ी त्रासदी है कि जिस पार्टी का नेतृत्व प्रधानमंत्री के रूप में वाजपेयी जी ने किया था, आज वह उस सरकार की अगुवाई कर रही है जिसने इस संसद को पहली सदी की रोम की कोलोसियम बना दिया है जहां माननीय प्रधानमंत्री एक ग्लेडियेटर की तरह 'मोदी, मोदी' के नारों के बीच आते हैं.'
राजदीप रॉय ने किया पलटवार
वहीं, असम से भाजपा के सदस्य राजदीप रॉय ने महुआ मोइत्रा का नाम लिए बिना कहा कि प्रधानमंत्री को 'ग्लेडिएटर' कहा गया जो तत्कालीन रोम के साम्राज्य में तलवार लेकर लड़ने वाला योद्धा होता था. उन्होंने कहा कि सदन में प्रधानमंत्री के लिए नकारात्मक तरीके से इस शब्द का इस्तेमाल किया गया, लेकिन पूरे देश को 'मोदी जैसे ग्लेडिएटर पर गर्व है जिन्होंने अपने देशवासियों के लिए, कोविड के समय विदेशों से लोगों को लाने के लिए, दुनिया में जगह-जगह कोविड रोधी टीका पहुंचाने के लिए ग्लेडिएटर की तरह काम किया.'
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