नई दिल्ली : पंजाब चुनाव में जनता का समर्थन पाने के लिए भाजपा ने आखिरी दांव चल दिया है. एक बार फिर सिख समुदाय को पुराने समय की याद दिलाकर कांग्रेस के खिलाफ और बदले समय के लिए मोदी सरकार को श्रेय देते हुए अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश की है.
शुक्रवार को भाजपा नेता और भाजपा के नए सिख चेहरे मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पुरानी घटनाओं का जिक्र कर पंजाब की जनता से अपील की कि कांग्रेस पर भरोसा करने की गलती न करें.
सिरसा ने कहा कि 'अब समय बदल चुका है और इस बदले हुए समय में पंजाब के लोगों को देखना चाहिए कि इस देश में एक पार्टी की सरकार थी, जिसने अकाल तख्त पर तोपें और गोलियों की बौछार कराई थी. जबकि आज के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री वहां मत्था टेक कर आते हैं और हाथ जोड़ कर पूछते हैं कि हम आपके लिए क्या कर सकते हैं.'
मनजिंदर सिरसा ने अपने संबोधन में मोदी सरकार द्वारा सिख समुदाय के लिए किए गए कार्यों का विशेष जिक्र किया और सीधे-सीधे धार्मिक भावनाओं के रास्ते पंजाब के वोटरों को साधने का प्रयास किया.
सिरसा ने कहा कि अपने शासन के सात साल में जब भी प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से भाषण दिया हर बार सिख धर्म के महान गुरुओं का नाम लिया और उनके संदेश को उदाहरण के रूप में रखा है. यह बहुत बड़ा फर्क आया है.
भाजपा नेता ने कहा कि नेहरू, इंदिरा और राजीव गांधी के राज में सिख धार्मिक स्थलों पर तोप और टैंक चढ़ाए गए, सिखों का नरसंहार हुआ लेकिन अबकी सरकार में उन पीड़ितों को न्याय मिला है. आज सज्जन कुमार जैसे लोग जो 1984 के सिख नरसंहार में शामिल थे वह जेल में हैं.
करतारपुर को लेकर पीएम मोदी की बात दोहराई
उन्होंने अफसोस जताया कि पिछली कांग्रेस सरकारों ने करतारपुर साहिब जैसे सिखों के पवित्र स्थलों को भारतीय क्षेत्र में लाने के मौके गंवा दिए. सिरसा ने मोदी के हवाले से कहा कि यदि प्रयास किए जाते तो पाकिस्तान के साथ 1965 और 1971 के युद्धों के बाद वह क्षेत्र भारत को मिल सकता था.
मोदी अक्सर कांग्रेस की आलोचना करते रहे हैं कि 1947 में भारत के विभाजन के समय करतारपुर साहिब पाकिस्तान में नहीं जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस ने कोई कदम नहीं उठाया.
सिरसा ने कहा कि सिखों को पीड़ा है कि उनसे किए गए कई वादे पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन मोदी सरकार ने करतारपुर साहिब के लिए गलियारा खोलने, गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों की शहादत को मनाने का निर्णय लेने सहित कई 'ऐतिहासिक' काम किए हैं. छोटे साहिबज़ादों को सम्मान देते हुए मोदी सरकार ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की. इसे राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इस तरह से मनजिंदर सिरसा ने सिख समुदाय को संबोधित करते हुए कई ऐसे उदाहरण रखे जिसमें मोदी सरकार द्वारा समुदाय के लिए किए गए कार्यों को बताया गया.
वहीं, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के लिए किए कार्यों की सूची मीडिया के सामने रखी और कई ऐसी योजनाओं का जिक्र किया जिसके माध्यम से पंजाब के लिए काम हुए हैं. दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने अपने मीडिया संबोधन में लगभग हर वर्ग के वोटर को संदेश देने का प्रयास किया है.
केजरीवाल पर भी साधा निशाना
पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होगा, ऐसे में आखिरी समय तक भाजपा के तमाम नेताओं ने अपना पूरा जोर पंजाब के वोटरों को रिझाने की कोशिश की है. मनजिंदर सिरसा ने केजरीवाल पर भी निशाना साधा और कहा कि वोट पाने के लिए वह देश विरोधी ताकतों से भी समर्थन ले रहे हैं. 'सिख फॉर जस्टिस' का जिक्र करते हुए सिरसा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के तरफ से एक नकली चिट्ठी बंटवा कर बताया जा रहा है कि उन्हें इस संगठन का समर्थन प्राप्त है लेकिन खुद संगठन के प्रमुख ने इस बात को नकार दिया है.