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असम में बंद होगी चार शादी की पद्धति, हरियाणा हिंसा में रोहिंग्याओं का हाथ : हिमंत बिस्वा सरमा

System of Four Marriages, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा गुरुवार को राजस्थान के कोटा दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता देश में लागू होनी चाहिए और यह भी कह दिया कि दिसंबर में असम में 4 शादी करने की पद्धति को बंद कर देंगे. वहीं, हरियाणा के हिंसा में उन्होंने रोहिंग्याओं का हाथ बताया.

Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma
कोटा में कार्यक्रम के दौरान अस सीएम
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 21, 2023, 7:36 PM IST

Updated : Sep 21, 2023, 8:02 PM IST

कोटा. असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा एक बार फिर कोटा में गुरुवार को बड़ा बयान दिया. अपने भाषण और पत्रकार वार्ता में असम सीएम सरमा ने समान नागरिक संहिता पर कहा कि गुजरात और उत्तराखंड ने अपनी रिपोर्ट बनाकर सौंप दी है. वे भी असम में दिसंबर महीने में चार शादी करने की पद्धति को बंद कर देंगे. इसमें असम के मुसलमान भाई-बहन भी काफी सहयोग कर रहे हैं. उनका मानना है कि चार विवाह की पद्धति को बंद कर देना चाहि. मुसलमान वर्ग से ही डिमांड है. मैंने यह ड्राफ्ट बिल पब्लिक प्लेटफॉर्म पर दिया है कि आप लोगों का कमेंट चाहिए. इसकी 149 एप्लीकेशन आई थी, जिसमें तीन ही विरोध में थी. साथ ही सबसे ज्यादा मुस्लिम समाज के लोगों ने ही आपत्ति दी है. इसमें जो आपत्ति आई है कि अगर पत्नी बीमार हो जाए तो, दूसरी शादी की इजाजत दी जाए.

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का कहना है कि बांग्लादेशी रोहिंग्या पहले असम और पश्चिम बंगाल के लिए खतरा थे, लेकिन अब यह हिंदुस्तान की मेन लाइन और उत्तरी भारत के राज्यों के लिए भी खतरा बन गए हैं. हाल ही में हरियाणा में हुए उपद्रव में रोहिंग्याओं के शामिल होने की बात सामने आ रही है. साथ उन्होंने कहा कि असम और बांग्लादेश पूरी तरह से फूल हो गए हैं. हमने 200 केस नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को भी सौंपे हैं, साथ ही 500 से 600 लोग इस साल तक असम पुलिस के संज्ञान में आए हैं, जो कि माइग्रेशन होकर मेन लाइन की तरफ जा रहे थे. हम उनके संबंध में केंद्र सरकार को भी बता रहे हैं. अभी छत्तीसगढ़ में गया था, वहां भी लोगों ने यह जानकारी मुझे दी है. 1800 किलोमीटर की भारत-बांग्लादेश बॉर्डर है, इसीलिए खतरा है. हमने फेंसिंग कर दी है, लेकिन नदियां व पश्चिम बंगाल में पॉलिटिकल विल की कमी से ये लोग भारत में प्रवेश कर रहे हैं.

Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma
मीडिया से मुखातिब होते हिमंत बिस्वा सरमा

पढ़ें : राजस्थान की जगह असम में 'सर तन से जुदा' होता तो 5 मिनट में दूसरी खबर भी सुना देता : हिमंत बिस्वा सरमा

हमारे बच्चों को कोटा के लोग संभाल रहे : कोटा की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि कोटा में हजारों की संख्या में असम से बच्चे पढ़ने आते हैं और उन्हें इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई यहां पर करवाई जाती है. जिसके बाद वह सफल भी होते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना में यहां से बच्चे गए थे, जब मैंने एक स्टेडियम में बच्चों की गिनती करवाई थी, वह करीब 6000 के आसपास बच्चे थे. ऐसे में अब यह और बढ़ गए होंगे. मैं कोटा का धन्यवाद देता हूं कि यहां के लोग हमारे असम के बच्चों की सेवा करते हैं.

गहलोत को देनी चाहिए 5 लाख नौकरियां : सरमा ने असम में भर्ती की बात करते हुए कहा कि 90 हजार से ज्यादा लोगों ने परीक्षा दी और 33 हजार लोगों का अपॉइंटमेंट दिया है, लेकिन एक भी नकल का केस नहीं हुआ और कोर्ट में भी मामला नहीं पहुंचा है. जबकि राजस्थान में कुछ भर्तियों में ही 19 बार पेपर लीक हो गए और हाईकोर्ट में सैकड़ो की संख्या में केस हुए हैं. जिस हिसाब से असम जैसे छोटे स्टेट ने एक लाख नौकरियां दी है, उसी तरह से राजस्थान को 5 लाख से ज्यादा नौकरियां देनी चाहिए. ओल्ड पेंशन स्कीम की बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने रेवेन्यू और फाइनेंस सेक्रेटरी की अध्यक्षता में कमेटी बना रखी है. यह कर्मचारियों को नई पेंशन स्कीम में क्या-क्या सहूलियत और दे सकती है, उस पर चर्चा कर रही है. कोई भी फैसला लेने के पहले राष्ट्र के बारे में जरूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोचेंगे. साथ ही हमारे कर्मचारियों का भी भला होना चाहिए, ऐसी भी सोच केंद्र सरकार की है.

गहलोत कुछ नया करें : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार जाने के डर से 50 दिन से भी ज्यादा समय तक अपने विधायकों को होटल का खाना खिलाया है. ऐसे में उन्हें बाहर आकर खाने की आदत पड़ गई है. सचिन पायलट से उनका झगड़ा था, उन्हें राहुल गांधी के घर जाकर सुलह करना चाहिए, लेकिन वह नहीं गए और झगड़ा चलता रहा. इसी के चलते विधायक भी उन्हें ब्लैकमेल करते रहे. कोई मेरे यहां पर विधायक परेशान होगा तो मैं अपने घर बुलाकर बात करूंगा. किसी होटल में नहीं बुलाऊंगा, जबकि राजस्थान में अशोक गहलोत को चाहिए था कि कोई समस्या है तो सालासर बालाजी या खाटू श्याम जी के दर्शन विधायकों को करने चाहिए थे. मुफ्त की यह योजनाएं बांटना राजनीतिक गुनाह जैसा है. यह चुनाव के बाद बंद हो जाएंगी. यह कांग्रेस की स्टाइल है, वह छोड़ देना चाहिए. यह तरीका पुराना हो गया है, कुछ नया काम करना चाहिए.

राहुल गांधी के कुली और ट्रक ड्राइवर से मिलने पर कसा तंज : असम के मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि कांग्रेस के लोग भारत से पहले गांधी परिवार को मानते हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के लोग बीजेपी से पहले भारत को मानते हैं. राहुल गांधी पर तंज करते हुए सरमा ने कहा कि कुली और ट्रक ड्राइवर का दर्द समझ रहे हैं, जबकि 60 साल उनकी सरकार थी, तब इन लोगों का दर्द नहीं समझा. फ्लाइट पर ले जाने वाले हैंडबैग को सिर पर रखकर जा रहे थे, जिसे हाथ में भी पकड़ा जा सकता था.

राहुल गांधी को रामलला के दर्शन करवाएं : सीएम सरमा ने कहा कि अशोक गहलोत को मैं कहना चाहता हूं कि वे राहुल गांधी और गांधी परिवार के अन्य लोगों को मंदिर में ले जाएं. शपथ ग्रहण के पहले ही यह लोग चुनाव प्रचार के दौरान मंदिर में जाते हैं, जबकि इसके बाद यह मंदिर में नहीं जाते हैं. शपथ ग्रहण में हवाई मार्ग से आते हैं और देवी देवताओं को भूल जाते हैं. अशोक गहलोत से कहता हूं कि वह राहुल गांधी को रामलाल के मंदिर में लेकर जाएं. किस मुंह से राहुल गांधी राजस्थान में आकर कहेंगे कि राजस्थान में हिंदुत्व नहीं होने देंगे. मैं कहता हूं कि जब तक चांद और सूरज रहेगा, राजस्थान हिंदू रहेगा. यह कांग्रेस के नेताओं की इजाजत से हिंदू नहीं बना है. इस हिंदुत्व से ही विश्व गुरु राजस्थान बनेगा.

राजस्थान जाकर बाबर और औरंगजेब को गाली देना जरूरी : राजस्थान की धरती पर आकर बाबर और औरंगजेब को गाली नहीं दूंगा तो कहां पर दूंगा. इससे थोड़ा मन का भड़ास तो निकलती है. यह वीरों के भूमि में बाबर और औरंगजेब को मिलने का सौभाग्य तो नहीं हुआ, गाली देने का काम तो करना पड़ेगा. ये लोग आक्रांत थे. देश में आज भी बाबर और औरंगजेब के नाम पर सड़कें हैं. अब मानसिकता बदलनी होगी, लेकिन परिवर्तन करना पड़ेगा. देश में शिवाजी महाराज व दुर्गादास राठौड़ सहित कई लोग हैं, वैसी मानसिकता का निर्माण करना होगा. एक अच्छी सरकार चलती है, तब कट्टरपंथी गायब हो जाते हैं. असम में कोई कट्टरपंथी नहीं है. यह कांग्रेस की स्टाइल है, वह छोड़ देना चाहिए. पुराना हो गया है, कुछ नया काम करना चाहिए.

कोटा. असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा एक बार फिर कोटा में गुरुवार को बड़ा बयान दिया. अपने भाषण और पत्रकार वार्ता में असम सीएम सरमा ने समान नागरिक संहिता पर कहा कि गुजरात और उत्तराखंड ने अपनी रिपोर्ट बनाकर सौंप दी है. वे भी असम में दिसंबर महीने में चार शादी करने की पद्धति को बंद कर देंगे. इसमें असम के मुसलमान भाई-बहन भी काफी सहयोग कर रहे हैं. उनका मानना है कि चार विवाह की पद्धति को बंद कर देना चाहि. मुसलमान वर्ग से ही डिमांड है. मैंने यह ड्राफ्ट बिल पब्लिक प्लेटफॉर्म पर दिया है कि आप लोगों का कमेंट चाहिए. इसकी 149 एप्लीकेशन आई थी, जिसमें तीन ही विरोध में थी. साथ ही सबसे ज्यादा मुस्लिम समाज के लोगों ने ही आपत्ति दी है. इसमें जो आपत्ति आई है कि अगर पत्नी बीमार हो जाए तो, दूसरी शादी की इजाजत दी जाए.

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का कहना है कि बांग्लादेशी रोहिंग्या पहले असम और पश्चिम बंगाल के लिए खतरा थे, लेकिन अब यह हिंदुस्तान की मेन लाइन और उत्तरी भारत के राज्यों के लिए भी खतरा बन गए हैं. हाल ही में हरियाणा में हुए उपद्रव में रोहिंग्याओं के शामिल होने की बात सामने आ रही है. साथ उन्होंने कहा कि असम और बांग्लादेश पूरी तरह से फूल हो गए हैं. हमने 200 केस नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को भी सौंपे हैं, साथ ही 500 से 600 लोग इस साल तक असम पुलिस के संज्ञान में आए हैं, जो कि माइग्रेशन होकर मेन लाइन की तरफ जा रहे थे. हम उनके संबंध में केंद्र सरकार को भी बता रहे हैं. अभी छत्तीसगढ़ में गया था, वहां भी लोगों ने यह जानकारी मुझे दी है. 1800 किलोमीटर की भारत-बांग्लादेश बॉर्डर है, इसीलिए खतरा है. हमने फेंसिंग कर दी है, लेकिन नदियां व पश्चिम बंगाल में पॉलिटिकल विल की कमी से ये लोग भारत में प्रवेश कर रहे हैं.

Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma
मीडिया से मुखातिब होते हिमंत बिस्वा सरमा

पढ़ें : राजस्थान की जगह असम में 'सर तन से जुदा' होता तो 5 मिनट में दूसरी खबर भी सुना देता : हिमंत बिस्वा सरमा

हमारे बच्चों को कोटा के लोग संभाल रहे : कोटा की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि कोटा में हजारों की संख्या में असम से बच्चे पढ़ने आते हैं और उन्हें इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई यहां पर करवाई जाती है. जिसके बाद वह सफल भी होते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना में यहां से बच्चे गए थे, जब मैंने एक स्टेडियम में बच्चों की गिनती करवाई थी, वह करीब 6000 के आसपास बच्चे थे. ऐसे में अब यह और बढ़ गए होंगे. मैं कोटा का धन्यवाद देता हूं कि यहां के लोग हमारे असम के बच्चों की सेवा करते हैं.

गहलोत को देनी चाहिए 5 लाख नौकरियां : सरमा ने असम में भर्ती की बात करते हुए कहा कि 90 हजार से ज्यादा लोगों ने परीक्षा दी और 33 हजार लोगों का अपॉइंटमेंट दिया है, लेकिन एक भी नकल का केस नहीं हुआ और कोर्ट में भी मामला नहीं पहुंचा है. जबकि राजस्थान में कुछ भर्तियों में ही 19 बार पेपर लीक हो गए और हाईकोर्ट में सैकड़ो की संख्या में केस हुए हैं. जिस हिसाब से असम जैसे छोटे स्टेट ने एक लाख नौकरियां दी है, उसी तरह से राजस्थान को 5 लाख से ज्यादा नौकरियां देनी चाहिए. ओल्ड पेंशन स्कीम की बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने रेवेन्यू और फाइनेंस सेक्रेटरी की अध्यक्षता में कमेटी बना रखी है. यह कर्मचारियों को नई पेंशन स्कीम में क्या-क्या सहूलियत और दे सकती है, उस पर चर्चा कर रही है. कोई भी फैसला लेने के पहले राष्ट्र के बारे में जरूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोचेंगे. साथ ही हमारे कर्मचारियों का भी भला होना चाहिए, ऐसी भी सोच केंद्र सरकार की है.

गहलोत कुछ नया करें : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार जाने के डर से 50 दिन से भी ज्यादा समय तक अपने विधायकों को होटल का खाना खिलाया है. ऐसे में उन्हें बाहर आकर खाने की आदत पड़ गई है. सचिन पायलट से उनका झगड़ा था, उन्हें राहुल गांधी के घर जाकर सुलह करना चाहिए, लेकिन वह नहीं गए और झगड़ा चलता रहा. इसी के चलते विधायक भी उन्हें ब्लैकमेल करते रहे. कोई मेरे यहां पर विधायक परेशान होगा तो मैं अपने घर बुलाकर बात करूंगा. किसी होटल में नहीं बुलाऊंगा, जबकि राजस्थान में अशोक गहलोत को चाहिए था कि कोई समस्या है तो सालासर बालाजी या खाटू श्याम जी के दर्शन विधायकों को करने चाहिए थे. मुफ्त की यह योजनाएं बांटना राजनीतिक गुनाह जैसा है. यह चुनाव के बाद बंद हो जाएंगी. यह कांग्रेस की स्टाइल है, वह छोड़ देना चाहिए. यह तरीका पुराना हो गया है, कुछ नया काम करना चाहिए.

राहुल गांधी के कुली और ट्रक ड्राइवर से मिलने पर कसा तंज : असम के मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि कांग्रेस के लोग भारत से पहले गांधी परिवार को मानते हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के लोग बीजेपी से पहले भारत को मानते हैं. राहुल गांधी पर तंज करते हुए सरमा ने कहा कि कुली और ट्रक ड्राइवर का दर्द समझ रहे हैं, जबकि 60 साल उनकी सरकार थी, तब इन लोगों का दर्द नहीं समझा. फ्लाइट पर ले जाने वाले हैंडबैग को सिर पर रखकर जा रहे थे, जिसे हाथ में भी पकड़ा जा सकता था.

राहुल गांधी को रामलला के दर्शन करवाएं : सीएम सरमा ने कहा कि अशोक गहलोत को मैं कहना चाहता हूं कि वे राहुल गांधी और गांधी परिवार के अन्य लोगों को मंदिर में ले जाएं. शपथ ग्रहण के पहले ही यह लोग चुनाव प्रचार के दौरान मंदिर में जाते हैं, जबकि इसके बाद यह मंदिर में नहीं जाते हैं. शपथ ग्रहण में हवाई मार्ग से आते हैं और देवी देवताओं को भूल जाते हैं. अशोक गहलोत से कहता हूं कि वह राहुल गांधी को रामलाल के मंदिर में लेकर जाएं. किस मुंह से राहुल गांधी राजस्थान में आकर कहेंगे कि राजस्थान में हिंदुत्व नहीं होने देंगे. मैं कहता हूं कि जब तक चांद और सूरज रहेगा, राजस्थान हिंदू रहेगा. यह कांग्रेस के नेताओं की इजाजत से हिंदू नहीं बना है. इस हिंदुत्व से ही विश्व गुरु राजस्थान बनेगा.

राजस्थान जाकर बाबर और औरंगजेब को गाली देना जरूरी : राजस्थान की धरती पर आकर बाबर और औरंगजेब को गाली नहीं दूंगा तो कहां पर दूंगा. इससे थोड़ा मन का भड़ास तो निकलती है. यह वीरों के भूमि में बाबर और औरंगजेब को मिलने का सौभाग्य तो नहीं हुआ, गाली देने का काम तो करना पड़ेगा. ये लोग आक्रांत थे. देश में आज भी बाबर और औरंगजेब के नाम पर सड़कें हैं. अब मानसिकता बदलनी होगी, लेकिन परिवर्तन करना पड़ेगा. देश में शिवाजी महाराज व दुर्गादास राठौड़ सहित कई लोग हैं, वैसी मानसिकता का निर्माण करना होगा. एक अच्छी सरकार चलती है, तब कट्टरपंथी गायब हो जाते हैं. असम में कोई कट्टरपंथी नहीं है. यह कांग्रेस की स्टाइल है, वह छोड़ देना चाहिए. पुराना हो गया है, कुछ नया काम करना चाहिए.

Last Updated : Sep 21, 2023, 8:02 PM IST
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