गोरखपुर : बीजेपी सांसद रवि किशन शुक्ला (Actor and MP Ravi Kishan Shukla) ने भोजपुरी फिल्म (bhojpuri movies) और गानों के माध्यम से समाज में फैलाई जा रही अश्लीलता पर रोक लगाए जाने हेतु सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और यूपी-बिहार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नीतीश कुमार को पत्र लिखा है. उन्होंने अश्लीलता पर रोक लगाए जाने के लिए कठोर कानून बनाएं जाने की मांग की है.
मेगा स्टार रवि किशन भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले 3 दशकों से अधिक समय से जुड़े हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि भोजपुरी फिल्म उद्योग को समृद्ध बनाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है. उनकी तरफ से वर्तमान में उठी यह मांग निश्चित रूप से प्रासंगिक भी लगता है.
उत्तर प्रदेश, बिहार के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र
रवि किशन गोरखपुर से सांसद बनने के बाद लगातार भोजपुरी के उत्थान के लिए प्रयास कर रहे हैं. लोकसभा में वह इकलौते सांसद हैं, जिनके द्वारा भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में स्थान दिलाने के लिए एक गैर -सरकारी सदस्य का विधेयक भी संसद में पेश किया है. जिससे भारत सरकार द्वारा इस भाषा को संवर्द्धन और संरक्षण मिल सके.
सांसद ने प्रेषित अपने पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि भोजपुरी क्षेत्र का आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. महात्मा गांधी का चंपारण से सत्याग्रह की शुरुआत, भोजपुर की धरती के महान रण बांकुरे बाबू वीर कुंवर सिंह ने आजादी की लड़ाई में सर्वोच्च बलिदान, भोजपुरी भाषा के लोक नाटककार भिखारी ठाकुर और लोक गायक महेंद्र मिश्र की ख्याति देश - विदेश सर्वत्र फैली हुई है.
उन्होंने कहा कि भोजपुरी का सम्मान हम सबका दायित्व है. केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार, बिहार सरकार भोजपुरी के सम्मान के लिए कानून बनाकर समाज के बीच अच्छा संदेश देने का कार्य करेगी. इसके लिए वह पूरी तौर पर आश्वास्त हैं. आगे इस पर मिलकर भी अपना पक्ष मजबूती के साथ रखूंगा.
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केंद्र व प्रदेश सरकार के द्वारा भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता पर रोक लगाए जाने हेतु बने कानून
रवि किशन ने कहा है कि वह स्वयं भी पूर्वांचल के जौनपुर के निवासी हैं. रवि किशन ने पत्र में उल्लेख किया है कि भोजपुरी भाषा में अनेकानेक फिल्में बनी है, जो आज भी हमारे कानों में गूंजती हैं. परन्तु पिछले कुछ दशक में भोजपुरी फिल्म और विशेषकर उसके गानों में काफी गिरावट आई हैं. आज का भोजपुरी फिल्म और गाना अश्लीलता का पर्याय बन गया है, जो गम्भीर चिंता का विषय है. इससे युवा पीढ़ी के कोमल मन-मस्तिष्क पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. इसलिए भोजपुरी फिल्म और गानों की अश्लीलता पर लगाम लगाने की अविलम्ब आवश्यकता है.
सांसद ने केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश, बिहार सरकार से इसके लिए एक कठोर कानून बनाए जाने की मांग मजबूती से की है, जिससे भोजपुरी गाना, फिल्मों में अश्लीलता पर रोक लग सके. सांसद ने उल्लेख किया है कि प्रमुख रूप से पश्चिम बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में बोली जाने वाली भोजपुरी भारत में लगभग 25 करोड़ लोग बोलते-समझते है और भोजपुरी से प्रेम रखते हैं. पूरे विश्व में भोजपुरी जानने वालों की बड़ी तादात है.