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Maharashtra BJP : प्रीतम मुंडे और पंकजा मुंडे की नाराजगी बढ़ी, बयानों में दिख रहीं तल्खियां

महाराष्ट्र में मुंडे परिवार की भाजपा से 'दूरी' लगातार बढ़ती जा रही है. सांसद प्रीतम मुंडे खुलकर पहलवानों के पक्ष में आ गईं हैं. उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते वह चाहती हैं कि इस मामले में जांच जल्द हो. वहीं दूसरी ओर उनकी बहन पंकजा मुंडे ने कहा कि वह भाजपा में हैं, लेकिन भाजपा उनकी नहीं है, क्योंकि पार्टी बहुत बड़ी हो चुकी है. प्रीतम और पंकजा, भाजपा के दिग्गज नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटियां हैं. गोपीनाथ मुंडे की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.

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पंकजा मुंडे, प्रीतम मुंडे, फडणवीस
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Published : Jun 1, 2023, 1:30 PM IST

मुंबई : भाजपा सांसद प्रीतम मुंडे और उनकी बहन पंकजा मुंडे की पार्टी से दूरी लगातार बढ़ती जा रही है. कम के कम उनके बयानों को देखें, तो इसकी तसदीक जरूर हो जाती है. प्रीतम मुंडे ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ स्टैंड लिया है. मुंडे ने कहा कि अगर उन पर आरोप लगे हैं, तो इसकी समय पर जांच होनी चाहिए. प्रीतम ने कहा कि वह इस मुद्दे पर धरने पर बैठे पहलवानों की राय से सहमत हैं. उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते मैं पहलवानों का समर्थन करती हूं.

प्रीतम ने बताया कि सरकार की ओर से उन महिला खिलाड़ियों से संपर्क करना चाहिए था. प्रीतम की बहन पंकजा का बयान भी पार्टी के लिए तंज भरा है. पंकजा ने कहा कि मैं भाजपा में हूं, लेकिन भाजपा इतनी बड़ी पार्टी है कि वह मेरी नहीं हो सकती है. एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करती हुई पंकजा ने कहा कि वह किसी से नहीं डरती हैं और डरना उनके खून में नहीं है. बोलते-बोलते उन्होंने यह भी कहा डाला कि अगर कुछ नहीं हुआ, तो वह गन्ने के खेत में गन्ना काटने चली जाएंगी.

पंकजा मुंडे जिस कार्यक्रम में उपस्थित थीं, उसे महादेव जानकर ने आयोजित किया था. जानकर ने शादी नहीं की है. पंकजा ने कहा कि जानकर ने शादी नहीं की है, इसलिए वह पीएम मोदी की तरह जनता के प्रति समर्पित होकर काम कर रहे हैं, हालांकि, मुंडे ने कहा कि इसे मजाकिया लहजे में लीजिए, गंभीरता से नहीं. दरअसल, इसके जरिए पंकजा ने भाजपा नेतृत्व पर निशाना साधने की कोशिश की.

इस मौके पर जानकर ने भी भाजपा पर निशाना साधा. जानकर ने कहा कि अगर मेरी बहन पंकजा सीएम भी बन जाए, तो वह किसी का भला नहीं कर सकती हैं, क्योंकि सत्ता का संचालन तो कहीं और से होना है. लगे हाथों उद्धव गुट के संजय राउत ने भी भाजपा पर फिर से प्रहार किया. राउत ने कहा कि वह पंकजा का समर्थन करते हैं. राउत ने कहा कि जिस व्यक्ति ने पार्टी के लिए खून पसीना बहाया, पार्टी उनकी भी नहीं हो रही है.

पंकजा मुंडे और प्रीतम मुंडे भाजपा स्थापाना दिवस कार्यक्रम में भी उपस्थित नहीं हुईं थीं. गौरतलब है कि मुंडे बहनों का राजनीतिक समीकरण राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से ठीक नहीं बनता है. वैसे, पंकजा देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल में मंत्री थीं. लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में वह हार गईं. हारने के बाद पंकजा ने इसका ठीकरा फडणवीस पर फोड़ा था. बीच में ऐसी भी खबरें आईँ थीं कि पंकजा शिवसेना के करीब चली गई हैं, लेकिन पंकजा ने फिर से साफ किया वह भाजपा में ही हैं, लेकिन पार्टी उनकी नहीं है.

ये भी पढ़ें : पंकजा मुंडे की राज्यसभा चुनाव में अनदेखी! केंद्रीय मंत्री के दफ्तर पर समर्थकों का हमला

मुंबई : भाजपा सांसद प्रीतम मुंडे और उनकी बहन पंकजा मुंडे की पार्टी से दूरी लगातार बढ़ती जा रही है. कम के कम उनके बयानों को देखें, तो इसकी तसदीक जरूर हो जाती है. प्रीतम मुंडे ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ स्टैंड लिया है. मुंडे ने कहा कि अगर उन पर आरोप लगे हैं, तो इसकी समय पर जांच होनी चाहिए. प्रीतम ने कहा कि वह इस मुद्दे पर धरने पर बैठे पहलवानों की राय से सहमत हैं. उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते मैं पहलवानों का समर्थन करती हूं.

प्रीतम ने बताया कि सरकार की ओर से उन महिला खिलाड़ियों से संपर्क करना चाहिए था. प्रीतम की बहन पंकजा का बयान भी पार्टी के लिए तंज भरा है. पंकजा ने कहा कि मैं भाजपा में हूं, लेकिन भाजपा इतनी बड़ी पार्टी है कि वह मेरी नहीं हो सकती है. एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करती हुई पंकजा ने कहा कि वह किसी से नहीं डरती हैं और डरना उनके खून में नहीं है. बोलते-बोलते उन्होंने यह भी कहा डाला कि अगर कुछ नहीं हुआ, तो वह गन्ने के खेत में गन्ना काटने चली जाएंगी.

पंकजा मुंडे जिस कार्यक्रम में उपस्थित थीं, उसे महादेव जानकर ने आयोजित किया था. जानकर ने शादी नहीं की है. पंकजा ने कहा कि जानकर ने शादी नहीं की है, इसलिए वह पीएम मोदी की तरह जनता के प्रति समर्पित होकर काम कर रहे हैं, हालांकि, मुंडे ने कहा कि इसे मजाकिया लहजे में लीजिए, गंभीरता से नहीं. दरअसल, इसके जरिए पंकजा ने भाजपा नेतृत्व पर निशाना साधने की कोशिश की.

इस मौके पर जानकर ने भी भाजपा पर निशाना साधा. जानकर ने कहा कि अगर मेरी बहन पंकजा सीएम भी बन जाए, तो वह किसी का भला नहीं कर सकती हैं, क्योंकि सत्ता का संचालन तो कहीं और से होना है. लगे हाथों उद्धव गुट के संजय राउत ने भी भाजपा पर फिर से प्रहार किया. राउत ने कहा कि वह पंकजा का समर्थन करते हैं. राउत ने कहा कि जिस व्यक्ति ने पार्टी के लिए खून पसीना बहाया, पार्टी उनकी भी नहीं हो रही है.

पंकजा मुंडे और प्रीतम मुंडे भाजपा स्थापाना दिवस कार्यक्रम में भी उपस्थित नहीं हुईं थीं. गौरतलब है कि मुंडे बहनों का राजनीतिक समीकरण राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से ठीक नहीं बनता है. वैसे, पंकजा देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल में मंत्री थीं. लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में वह हार गईं. हारने के बाद पंकजा ने इसका ठीकरा फडणवीस पर फोड़ा था. बीच में ऐसी भी खबरें आईँ थीं कि पंकजा शिवसेना के करीब चली गई हैं, लेकिन पंकजा ने फिर से साफ किया वह भाजपा में ही हैं, लेकिन पार्टी उनकी नहीं है.

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