नई दिल्लीः बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में महबूबा मुफ्ती के शामिल होने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भारत तोड़ने वाली पार्टी भारत कैसे जोड़ेगी. वो महबूबा मुफ्ती, जिन्होंने अनुच्छेद 370 और 35A के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था, आज भारत जोड़ने की बात कर रही हैं. राहुल गांधी कुछ भी कर लें उनका कुछ नहीं होने वाला. वहीं बीबीसी डॉक्यूमेंट्री विवाद पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय पढ़ाई की जगह है. उसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाया जाना चाहिए.
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने इतनी पार्टियों को बुलाया मगर कोई नही गया. उनकी इस यात्रा से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता. जनता सब देख रही है. भारत जोड़ो यात्रा में महबूबा मुफ्ती पहुंचीं, जो हमेशा से भारत के खिलाफ बोलती रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते रहे हैं, वो लोग भारत जोड़ने की बात कर रहे हैं. बीजेपी को इससे कोई लेना-देना नही है.
उन्होंने कहा कि हमारी चिंता देश के गरीबों की है. हमारी चिंता है कि भारत को कैसे सफल और आगे बढ़ाया जाए ? मगर इनकी चिंता ये है कि मोदीजी को कैसे हराएं? यदि वे लोग पांच प्रतिशत भी देश की चिंता कर लें तो बहुत अच्छा होगा. राहुल गांधी पर तंज करते हुए मनोज तिवारी ने कहा की पुलवामा के शहीदों को वह श्रद्धांजलि दे रहे हैं, ये अच्छी बात है. मगर सर्जिकल स्ट्राइक पर तो सवाल ना उठाएं. मनोज तिवारी ने कहा कि ज्यादातर पार्टियां जिन्हें राहुल गांधी ने न्योता दिया था, वो नहीं पहुंचीं. यहां तक की जदयू के नीतीश कुमार भी नहीं पहुंचे. यही नहीं उन्हीं की पार्टी के लोग राहुल गांधी से सवाल कर रहे हैं. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका कितना प्रभाव है.
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बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर विश्वविद्यालयों में चल रहे बवाल पर बीजेपी सांसद का कहना है कि मोदी जी देश का विकास कर रहे हैं, कुछ लोग ऐसे हैं जिनका इससे कोई लेना-देना ही नहीं है. वह बस इस विकास को रोकना चाहते हैं. उनका देश के विकास से कोई वास्ता नहीं है. हमारा कहना है कि जिसे जैसा वीडियो बनाना है, वो बनाए. मगर देश के विश्वविद्यालयों को हम थिएटर नहीं बनने देंगे.