भोपाल : एमपी के कांग्रेसी विधायकों में युवाओं की संख्या बीजेपी के मुकाबले ज्यादा है, महाराजपुर से नीरज दीक्षित सबसे युवा विधायक हैं, जिनकी उम्र 31 साल है, जबकि सबसे अधिक उम्र के कांग्रेस विधायक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं, जिनकी उम्र 75 वर्ष है, इन्हीं के हाथ में इस समय मध्य प्रदेश कांग्रेस की बागडोर भी है. कांग्रेस के युवा विधायकों में निलेश पुसाराम उइके और विपिन वानखेड़े भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 32 साल हैं, जबकि सिद्धार्थ कुशवाहा 33 साल के हैं और जयवर्धन सिंह की उम्र 35 वर्ष है. इस तरह 30 से 35 वर्ष की आयु वाले विधायकों की संख्या पांच है, जबकि 35 से 40 साल के विधायकों की संख्या 9 है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 95 विधायकों में 40 से 50 साल के सबसे अधिक 34 विधायक हैं, जबकि 12 विधायक 40 से 45 साल की उम्र वाले हैं और 45 से 50 साल के 22 विधायक हैं. इसके अलावा 50 से 60 साल की उम्र वाले 28 विधायक हैं, इनमें 50 से 55 साल की आयु वाले 12 विधायक हैं और 55 से 60 की आयु वाले विधायक 16 हैं, जबकि 60 से 70 साल की आयु वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या 15 है. इनमें से 10 विधायक 60 से 65 साल के हैं और 5 विधायक 65 से 70 साल के हैं, जबकि 70 साल से ऊपर वाले सिर्फ 4 विधायक हैं, जिनमें सबसे उम्रदराज कमलनाथ (75 वर्ष) हैं, जोकि इस वक्त पीसीसी चीफ भी हैं और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री भी रहे हैं. कांतिलाल भूरिया और पीसी शर्मा 71 वर्ष के हैं, इनके अलावा टामलाल रघुजी सहारे 72 वर्ष के हैं.
30-40 साल के 14 हैं कांग्रेसी विधायक
प्रवीण पाठक, ग्वालियर दक्षिण-38 वर्ष
जयवर्धन सिंह, राघोगढ़- 35 वर्ष
तरबर सिंह, बंडा- 39 वर्ष
नीरज विनोद दीक्षित, महाराजपुर- 31 वर्ष
नीलांशु चतुर्वेदी, चित्रकूट- 39 वर्ष
सिद्धार्थ सुखलाल कुशवाहा, सतना- 33 वर्ष
भूपेंद्र मरावी, शहपुरा- 38 वर्ष
हिना लखीराम कांवरे, लांजी- 38 वर्ष
निलेश पुसाराम उइके, पांढुर्णा- 32 वर्ष
विपिन वानखेड़े, आगर- 32 वर्ष
कुणाल चौधरी, कालापीपल- 39 वर्ष
डॉ. हीरालाल अलावा, मनावर- 39 वर्ष
सचिन यादव, कसरावद- 39 वर्ष
मनोज चावला, आलोट- 40 वर्ष
40 से 50 साल के कांग्रेसी विधायकों की संख्या 34
अजब सिंह कुशवाह, सुमावली- 50 वर्ष
राकेश मावई, मुरैना- 47 वर्ष
रविन्द्र सिंह तोमर, दिमनी- 49 वर्ष
डॉ. सतीश सिकरवार, ग्वालियर पूर्व- 48 वर्ष
प्रागीलाल जाटव, करैरा- 50 वर्ष
कुंवर विक्रम सिंह, राजनगर- 50 वर्ष
कमलेश्वर पटेल, सिहावल- 47 वर्ष
सुनील सर्राफ, कोतमा- 45 वर्ष
विजय राघवेंद्र सिंह, बड़वारा- 45 वर्ष
संजय यादव, बरगी- 42 वर्ष
तरुण भनोत, जबलपुर पश्चिम- 49 वर्ष
ओमकार सिंह मरकाम, डिंडौरी- 45 वर्ष
नारायण सिंह पट्टा, बिछिया- 49 वर्ष
डॉ. अशोक मर्सकोले, निवास- 44 वर्ष
योगेंद्र सिंह, लखनादौन- 49 वर्ष
संजय शर्मा, तेंदूखेड़ा- 47 वर्ष
सुनील उइके, जुन्नारदेव- 45 वर्ष
कमलेश प्रताप शाह, अमरवाड़ा- 49 वर्ष
विजय रेवनाथ चौरे, सौंसर- 49 वर्ष
निलय डागा, बैतूल- 42 वर्ष
आरिफ मसूद, भोपाल मध्य- 47 वर्ष
बापू सिंह तंवर, राजगढ़- 46 वर्ष
प्रियव्रत सिंह, खिलचीपुर- 44 वर्ष
सचिन बिरला, बड़वाह- 42 वर्ष
मुकेश रावत, अलीराजपुर- 42 वर्ष
वीरसिंह भूरिया, थांदला- 45 वर्ष
उमंग सिंघार, गंधवानी- 47 वर्ष
सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, कुक्षी- 44 वर्ष
पांचीलाल मेड़ा, धरमपुरी- 46 वर्ष
विशाल जगदीश पटेल, देपालपुर- 41 वर्ष
जीतू पटवारी, राऊ- 47 वर्ष
दिलीप सिंह गुर्जर, नागदा-खाचरौद- 50 वर्ष
महेश परमार, तराना- 42 वर्ष
हर्ष विजय गहलोत, सैलाना- 48 वर्ष
50-60 की उम्र वाले कांग्रेसी विधायक 28
बैजनाथ कुशवाह, सबलगढ़- 53 वर्ष
मेवाराम जाटव, गोहद- 53 वर्ष
हर्ष यादव, देवरी- 60 वर्ष
आलोक चतुर्वेदी, छतरपुर- 60 वर्ष
लाखन सिंह यादव, भितरवार- 57 वर्ष
सुरेश राजे, डबरा- 52 वर्ष
घनश्याम सिंह, सेवढ़ा- 59 वर्ष
शिवदयाल बागरी, गुन्नौर- 57 वर्ष
फुंदेलाल सिंह मार्को, पुष्पराजगढ़- 56 वर्ष
विनय सक्सेना, जबलपुर उत्तर- 56 वर्ष
संजय उइके, बैहर- 53 वर्ष
सुनीता पटेल, गाडरवारा- 55 वर्ष
चौधरी सुजीत मेर सिंह, चौरई- 52 वर्ष
सोहनलाल बाल्मीकि, परासिया- 58 वर्ष
सुखदेव पांसे, मुलताई- 52 वर्ष
ब्रम्हा भलावी, घोड़ाडोंगरी- 56 वर्ष
धरमू सिंह सिरसाम, भैंसदेही- 60 वर्ष
देवेंद्र सिंह पटेल, उदयपुरा- 56 वर्ष
रामचंद्र दांगी, ब्यावरा- 52 वर्ष
झूमा सोलंकी, भीकनगांव- 53 वर्ष
रवि जोशी, खरगोन- 54 वर्ष
ग्यारसीलाल रावत, सेंधवा- 59 वर्ष
बाला बच्चन, राजपुर- 55 वर्ष
बाल सिंह मेड़ा, पेटलावद- 55 वर्ष
प्रताप ग्रेवाल,सरदारपुर- 53 वर्ष
संजय शुक्ला, इंदौर-1- 51 वर्ष
रामलाल मालवीय, घट्टिया- 54 वर्ष
मुरली मोरवाल, बड़नगर- 56 वर्ष
60 से 70 की उम्र वाले कांग्रेसी विधायक
बाबू जंडेल, श्योपुर- 65 वर्ष
डॉ. गोविंद सिंह, लहार- 70 वर्ष
केपी सिंह, पिछोर- 65 वर्ष
लक्ष्मण सिंह, चाचौड़ा- 63 वर्ष
गोपाल सिंह चौहान, चंदेरी- 61 वर्ष
अजय कुमार टंडन, दमोह- 68 वर्ष
लखन घनघोरिया, जबलपुर पूर्व- 61 वर्ष
अर्जुन सिंह काकोड़िया, बरघाट- 65 वर्ष
नर्मदा प्रसाद प्रजापति, गोटेगांव- 63 वर्ष
शशांक भार्गव, विदिशा- 63 वर्ष
आरिफ अकील, भोपाल उत्तर- 68 वर्ष
हुकुम सिंह कराड़ा, शाजापुर- 63 वर्ष
सज्जन सिंह वर्मा, सोनकच्छ- 67 वर्ष
डॉ. विजयलक्ष्मी साधो, महेश्वर- 65 वर्ष
चंद्रभागा किराड़े, पानसेमल- 62 वर्ष
70 से 75 वर्ष की आयु वाले कांग्रेसी विधायक
टामलाल रघुजी सहारे, कटंगी- 72 वर्ष
कमलनाथ, छिंदवाड़ा- 75 वर्ष
पीसी शर्मा, भोपाल दक्षिण-पश्चिम- 71 वर्ष
कांतिलाल भूरिया, झाबुआ- 71 वर्ष
विधानसभा में कांग्रेस के 95 विधायकों के मुकाबले बीजेपी के 125 विधायक हैं, जिनमें से 50-60 की उम्र वाले विधायकों की संख्या सबसे ज्यादा है, जबकि दूसरे नंबर पर 60 से 70 साल के उम्र वाले विधायकों की संख्या है. उम्र की क्राइटेरिया को लेकर बीजेपी ने 70+ उम्र वाले बुजुर्गों को घर बैठाने का फैसला किया था, यही वजह है कि मप्र विधानसभा में सिर्फ दो ही विधायक ऐसे हैं, जो 75 प्लस हैं, जबकि सत्ताधारी दल बीजेपी के सबसे युवा विधायक ब्यौहारी शहडोल से शरद कौल हैं, जोकि 31 साल के हैं, दूसरे नंबर पर राम दांगोरे (32 वर्ष) जोकि पंधाना-खंडवा से विधायक हैं. बीजेपी के सबसे उम्रदराज विधायक नागेद्र सिंह, गुढ़ (रीवा) जोकि 79 साल के हैं, दूसरे नंबर पर नागेंद्र सिंह, नागौद (सतना) से आते हैं.
साल 2013 में विधानसभा में सदस्यों की औसत उम्र 47 साल थी, जो इस बार बढ़कर 51 साल हो गई है. युवाओं को तरजीह देने वाली पार्टियों ने टिकट वितरण से लेकर मुख्यमंत्री पद तक के चयन में अनुभव की बजाय उम्र को तरजीह दी है, लेकिन इस बार जनता जनार्दन ने युवाओं को नहीं बल्कि अनुभव को प्राथमिकता दी है, 2018 में
जिन युवाओं को टिकट दिए गए थे, उनमें से भी ज्यादातर हार गए. आइए जानते हैं किस उम्र के कितने विधायक हैं.
बीजेपी में किस उम्र के कितने विधायक
क्रमांक | विधायकों की संख्या (उम्र के आधार पर) | कुल संख्या |
1 | 25 से 30 साल के विधायक | 0 |
2 | 30 से 40 साल के विधायक | 5 |
3 | 40 से 50 साल के विधायक | 19 |
4 | 50 से 60 साल के विधायक | 47 |
5 | 60 से 70 साल के विधायक | 44 |
6 | 70 से 75 साल के विधायक | 8 |
7 | 75 साल से अधिक उम्र वाले विधायक | 2 |
कांग्रेस के ज्यादातर नेता बुजुर्ग
मप्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अजय सिंह राहुल जैसे नेताओं का नाम शामिल है. इन सभी की उम्र 65 से 75 साल के बीच हो चुकी है. दिग्विजय सिंह 28 फरवरी 1947 को जन्मे थे जो अब 74 साल के हो चुके हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ 75 साल के हैं उनका जन्म 18 नवंबर 1946 को हुआ था. आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया एक जून 1950 को जन्मे जो 71 साल के हैं. इसी तरह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी 69 वर्ष हैं. पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह राहुल का जन्म 23 सितंबर 1955 को हुआ था वे अब 66 साल के हो गए हैं.
कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी थोड़ी युवा
मध्य प्रदेश बीजेपी के बड़े नेताओं में शुमार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमार, वीडी शर्मा, नरोत्तम मिश्रा जैसे नाम शामिल हैं. इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 62 साल के हैं उनका जन्म 5 मार्च 1959 को हुआ था. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का जन्म 12 जून 1957 को हुआ था उनकी उम्र 64 साल है. इसी तरह बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय 13 मई 1956 को जन्मे थे जो अब 65 साल के हैं. प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा 15 अप्रैल 1960 को जन्मे जो अब 61 साल के हैं. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल 61 वर्ष के हैं उनका जन्म 28 जून 1960 को हुआ था. बीजेपी के नेताओं की उम्र कांग्रेस के नेताओं के मुकाबले कुछ कम है, ऐसे में दोनों दलों के नेताओं की उम्र का यह अंतर दिखाता है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस, बीजेपी के मुकाबले बूढ़ी है. ऐसे में माना जा रहा है कि 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस नेताओं की उम्र को लेकर कोई गाइडलाइन तय कर सकती है.
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