नई दिल्ली : 2024 के लिए बीजेपी की नजर महिला मतदाताओं को रिझाने पर है और मिशन 350 तक पहुंचने के लिए महिलाओं का एक बड़ा वोटबैंक बीजेपी का सहारा है. वैसे भी पिछले उत्तर प्रदेश चुनाव हो या लोकसभा चुनाव सभी में महिलाओं ने बीजेपी और खासकर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काफी भरोसा दिखाया है, जिससे उत्साहित पार्टी महिला मतदाताओं को रिझाने के लिए खास कार्यक्रम लेकर अलग-अलग राज्यों में जाने वाली है. बंपर जीत के लिए पार्टी ने महिला मतदाताओं के बीच पैठ बढ़ानी भी शुरू कर दी है (BJP Mission 2024).
पार्टी सूत्रों की मानें तो महिला मोर्चा की कई टीम तैयार की जा रही हैं, जो पूरे देश भर में जाकर कई कार्यक्रमों का संचालन महिलाओं के साथ करेगी. इनमें मुख्य रूप से 'कमल मित्र' और 'लाभार्थी के साथ सेल्फी' जैसे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिसमें महिला मोर्चा के सदस्यों को देशभर में लगाया जाएगा. इसके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों में 10 एक्सपर्ट महिलाओं को देशभर से चयनित कर 'सुषमा स्वराज अवॉर्ड' से भी नवाजा जाएगा. पार्टी के नेता उन मतदाताओं के मूड को भांपने की भी कोशिश करेंगे.
सूत्रों की मानें तो 'सेल्फी विद बेनिफिशियरी' के तहत बीजेपी 1 करोड़ लाभार्थियों के साथ सेल्फी लेने का लक्ष्य तैयार कर रही है. इसके लिए बीजेपी की महिला मोर्चा के सदस्यों को सिलेबस और ट्रेनिंग भी दी जाएगी. दोनों कार्यक्रमों के पहले चरण में पार्टी 15 योजनाओं को शामिल करेगी, जिनमें मुख्य रूप से जल शक्ति योजना, जन धन योजना, उज्ज्वला योजना, जैसी योजनाओं को शामिल करेगी.
'कमल मित्र' योजना के तहत पार्टी कार्यकर्ता महिला वोटरों के पास जाकर उन्हें इन योजना का लाभ कैसे लेना है और उन्हें खुद का रजिस्ट्रेशन कैसे करना है इन तमाम बातों की ट्रेनिंग दी जाएगी.
इसकी शुरुआत स्थानीय जिला स्तर पर योजना के बारे में बीजेपी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण से होगी. प्रधानमंत्री हमेशा से महिलाओं के सशक्तिकरण की बातें करते रहे हैं, लेकिन पिछले लोकसभा में महिला मतदाताओं का वोट शेयर 36 फीसदी था जबकि पुरुषों का 37 फीसदी.
भाजपा का तर्क ये है कि पीएम मोदी हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करते हैं. पीएम कहते हैं कि महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए. बीजेपी भी मानती है कि महिलाओं के विकास से ही समाज का विकास संभव है, लिहाजा अब बीजेपी भी पार्टी के तौर पर महिला के उत्थान के मामले पर काम करने जा रही है.
आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के वोट शेयर में महिलाओं का प्रतिशत कम था, जबकि सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में कई योजनाओं पर काम कर रही है. हालांकि उत्तर प्रदेश के चुनाव में ये वोट शेयर अच्छा रहा, यही वजह है कि पार्टी ने महिला वोटबैंक को देखते हुए इतने बड़े कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है. इस संबंध में भाजपा महिला मोर्चा की मीडिया प्रभारी नीतू डबास ने भी बताया कि महिला मोर्चा ने 2024 के चुनाव को देखते हुए तय किया है कि कम से कम एक करोड़ महिला लाभार्थियों तक पहुंचेंगे.