नागपुर : BJP सांसद और केंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे (MP Rao Saheb Danve) ने बुधवार को कहा कि हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने (Hyderabad to renamed as Bhagyanagar) पर किसी तरह की आपत्ति नहीं होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रमणकारियों ने हिंदुओं की भावनाओं को आहत करते हुए जिन जगहों के मूल नाम बदल दिए थे, उनका फिर से वास्तविक नाम करने में भी किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
रेल राज्यमंत्री महाराष्ट्र में RSS मुख्यालय का दौरा करने के बाद पार्टी के एक नेता के आवास पर संवाददाताओं से बात कर रहे थे.
उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh-RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) से भी मुलाकात की. RSS के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेडकर ने हाल में 'भाग्यनगर, तेलंगाना' में पांच से सात जनवरी के बीच संघ के समाज सेवा से प्रेरित विभिन्न संगठनों के प्रमुखों की समन्वय बैठक का आह्वान किया था.
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यह पूछने पर कि क्या BJP और RSS हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने की योजना (BJP and RSS plan to rename) बना रहे हैं तो दानवे ने कहा कि मेरा मानना है कि जिन विदेशियों ने हमारे देश पर हमला किया, उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं को आहत करते हुए (विभिन्न स्थानों के) पुराने नामों को बदल दिया. स्वतंत्र भारत में अपनी भावनाओं का सम्मान करते हुए अगर हम फिर से उन नामों को बदल देते हैं, तो मेरा मानना है कि ऐसा करने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. RSS और BJP के कई नेता तेलंगाना की राजधानी का नाम बदलकर भाग्यनगर करने की मांग करते रहे हैं.
महाराष्ट्र के जालना से सांसद दानवे ने कहा कि वे मराठवाड़ा क्षेत्र में औरंगाबाद शहर का नाम बदलककर सांभाजी नगर किए जाने की लंबे समय से मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रेलवे का निजीकरण नहीं होगा.
(पीटीआई-भाषा)