नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने 109 मुख्य सीटों पर सबसे ज्यादा ताकत झोंकने का लक्ष्य रखा है. इसके तहत गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल में गुरुवार को धुआंधार चुनावी कार्यक्रमों में भाग लिया और इसके बाद 25 और 26 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल का दौरा करने वाले हैं, जिसमें वह बंगाल के नेताओं और पदाधिकारियों के साथ कई महत्वपूर्ण बैठक कर सकते हैं. इसके लिए कई सार्वजनिक सभाओं के कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं.
एक तरफ जहां बीजेपी एक के बाद एक अपने तमाम वरिष्ठ नेताओं के कार्यक्रम लांच करेगी और विधानसभा के लिए 109 महत्वपूर्ण सीटों को लक्षित करेगी और इसके लिए पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार है और इसके लिए पार्टी के 22 प्रमुख नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है, जिन्हें संगठन में काम करने का पहले से ही अनुभव प्राप्त है.
सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल में आंतरिक सर्वे कराया था, जिसमें कुछ मुख्य सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को कड़ी मेहनत करने की सलाह दी गई थी. इसके बाद पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए पश्चिम बंगाल में 109 विधानसभा सीटों पर अपनी ज्यादा ताकत झींकने का लक्ष्य तैयार किया है.
इन 109 विधानसभा सीटों में ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक के सभी बूथों पर पार्टी के इन 22 नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी कि वह इन सीटों का दौरा करें और बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से लेकर वोटरों तक पार्टी के चुनाव प्रचार पर ध्यान दें.
सूत्रों के मुताबिक, 25 और 26 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा बेंगाल के दौरे पर जाने वाले हैं, इस दौरान पार्टी के तमाम पदाधिकारियों और नेताओं के साथ बैठक करनी होगी और कई सार्वजनिक सभाएं करना होगा. इसके अलावा चुनाव प्रचार के इस दौर में भारतीय जनता पार्टी को किन मुद्दों पर केंद्रित करना है. यह बातें भी अध्यक्ष अपने नेताओं के सामने रखेंगे.
जिन 22 नेताओं को 109 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है उनमें निशिकांत दुबे, विनोद सोनकर, विनोद तावड़े, धर्मेंद्र प्रधान, प्रदीप सिंह वघेला, बसंत पांडेय, आरके सिंह मंगल पांडे, रमेश बिधूड़ी, राज्यवर्धन सिंह राठौर, नितिन नवीन, विनय सहस्त्रबुद्धे, आशीष शेलार, राधा मोहन सिंह ,मदन लाल शर्मा और सतीश उपाध्याय के नाम शामिल हैं.
इसके अलावा बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य के विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारी पर दिल्ली में भी 20 फरवरी को एक बैठक करने वाले हैं, जिसमें सभी चुनावी राज्यों के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे और पार्टी के तमाम राष्ट्रीय महासचिव भी इस बैठक में भाग लेंगे. इसमें तमाम राज्यों के प्रभारियों से इन चुनावी राज्यों के संबंधित तैयारियों पर पार्टी जायजा लेगी.
21 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है, जिसमें प्रधानमंत्री पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे. उससे पहले 20 फरवरी को जेपी नड्डा की तरफ से बुलाए गए इन राष्ट्रीय महासचिव और राज्य प्रभारियों की इस बैठक में इन पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण टास्क दिए जाने की भी संभावना भी है.
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एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में 21 फरवरी को प्रधानमंत्री पार्टी के तमाम राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों को संबोधित करेंगे. करोना महामारी के बाद ये पहली ऐसी बैठक होगी, जिसमें तमाम पदाधिकारी इतनी बड़ी संख्या में एक जगह मौजूद होंगे.
इस संबंध में पार्टी के एक नेता ने नाम ना लेने की शर्त पर बताया कि भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के आंतरिक मुद्दों के साथ-साथ राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी ही मगर साथ ही पांच राज्यों में जिनमें चुनाव होने हैं उन राज्यों के पदाधिकारियों के साथ भी प्रधानमंत्री और पार्टी के अध्यक्ष की अलग से बैठक हो सकती है, जिसमें इन पदाधिकारियों को उन चुनावी क्षेत्र में क्या रणनीति अपनानी है इस बात के गुरु मंत्र दिए जाएंगे.