नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस सांसद साकेत गोखले ने सोमवार को दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर दिवाली की रात पटाखे फोड़ने के खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी मांगी. गोखले ने यह भी आरोप लगाया है कि सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद कई बीजेपी सांसद और मंत्री मेरे पड़ोस में पटाखे जला रहे थे.
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Delhi Police needs to answer immediately & own responsibility for us breathing in a gas chamber
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) November 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
This morning, Delhi has woken up to a hazardous level of pollution with an AQI of 999+ thanks to bursting of fireworks last night.
Despite a ban by the Supreme Court, fireworks have… pic.twitter.com/dxuk38V3gF
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— Saket Gokhale (@SaketGokhale) November 13, 2023
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साकेत गोखले ने कहा कि दिल्ली पुलिस को तुरंत जवाब देने की जरूरत है. गैस चैंबर में सांस लेने के मामले में हमारी जिम्मेदारी है. बीती रात आतिशबाजी के कारण आज सुबह दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गई. दिल्ली में एक्यूआई 999 प्लस स्तर पर पहुंच गई. सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद शहर में पटाखे आसानी से खरीदे और इस्तेमाल किए जा रहे हैं. टीएमसी सांसद ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, 'बीती रात कई भाजपा सांसद और मंत्री अपनी दिवाली पार्टी में मेरे पड़ोस में घंटों तक पटाखे फोड़ रहे थे.
मैंने दिल्ली पुलिस के संयुक्त सीपी मुख्यालय से विवरण देने को कहा है कि कल रात पटाखे फोड़ने के कितने मामले दर्ज किए गए और क्या कार्रवाई की गई है. आरोप लगाया कि भाजपा नेता दिल्ली के मध्य भाग में खुलेआम सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की. उन्होंने कहा, 'दिल्ली पुलिस भाजपा के अधीन हो गई है और इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की.
तृणमूल सांसद ने आगे कहा, 'हमें यह जानने की जरूरत है कि दिल्ली पुलिस ने अपना काम क्यों नहीं किया और क्यों दिल्ली के लाखों निवासी (बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और कमजोर मरीजों सहित) आज सुबह गैस चैंबर को झेलने के लिए मजबूर हुए. वायु गुणवत्ता में गिरावट के मद्देनजर शीर्ष अदालत ने अपने आदेश में इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र तक सीमित रहने के बजाय सभी राज्यों में आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.
राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण और बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद, शहर में मौज-मस्ती करने वाले लोग दिवाली की रात बिना सोचे-समझे पटाखे फोड़ने में लगे रहे. लोधी रोड और पंजाबी बाग के दृश्यों में राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में रात के समय आसमान में आतिशबाजी दिखाई दी. इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने रोशनी के त्योहार के बाद प्रदूषण की बढ़ती चिंताओं के बीच शहर में दीया जलाओ, पटाखे नहीं अभियान की घोषणा की. इस बीच, दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता में गिरावट के कारण आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की मोटी परत छा गई.