हरिद्वार: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के 'भीख में आजादी' वाले बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. वहीं, भाजपा महासचिव और उत्तराखंड पार्टी मामलों के प्रभारी दुष्यंत गौतम ने अभिनेत्री का बचाव किया है. गौतम ने कहा कि अभिनेत्री कंगना रनौत ने तुलना की है, लेकिन ऐसा बयान देने से बचना चाहिए था.
उन्होंने कहा कि जिन्होंने आजादी दिलाई उनका वो सम्मान करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि एक व्यक्ति (जवाहर लाल नेहरू) को प्रधानमंत्री बनाने के कारण देश को विभाजन का दंश झेलना पड़ा और लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
हरिद्वार पहुंचे दुष्यंत गौतम ने कहा कि कंगना रनौत द्वारा जो बयान दिया गया, वह अपने बयान को सही से एक्सप्लेन नहीं कर पाईं. वह भी मानते हैं कि 1947 के बाद जो प्रधानमंत्री मिले और जो प्रधानमंत्री 2014 में मिला अगर उसकी तुलना की जाए तो 2014 के बाद की स्थितियां काफी अच्छी दिखाई देती हैं. जिसमें युवाओं को रोजगार, बुजुर्गों को सम्मान और बहन-बेटियों की रक्षा होती दिखाई दे रही है.
उन्होंने कहा कि आजादी भीख में नहीं, बल्कि महापुरुषों के बलिदान से मिली है. उन्होंने कहा कि कंगना ने किस संदर्भ में यह बयान दिया, उसके बारे में नहीं कह सकता.
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उन्होंने कहा कि देश की आजादी में केवल गांधी परिवार का ही हाथ नहीं है, इसमें सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह आदि कई हजारों स्वतंत्रा सेनानियों का भी हाथ रहा है. उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि आजादी भीख में मिली, बिल्कुल गलत है. आजादी बहुत मुश्किल से और हमारे महापुरुषों द्वारा कुर्बानी देने से मिली है.