कोलकाता : हिंदू जागरण मंच उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अमित सिंह ने उस वीडियो क्लिप को अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया और उत्तम घोष की पत्नी के हवाले से कहा कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने मेरे पति को घर से बाहर निकाला और जय श्रीराम का नारा लगवाया. मेरे पति गंगापुर, राणाघाट में मारे गए और गुंडे कहते रहे कि अब तुम्हारे भाजपा के लोग कहां हैं? वीडियो को हैशटैग #BangalBurning के साथ फेसबुक पर भी शेयर किया गया.
वीडियो में थोड़ी सी लड़ाई से पता चला कि वीडियो वास्तव में ब्राजील में प्रिया डो फितूरो सेरा का था और 30 दिसंबर 2018 को यह हादसा हुआ था. तृणमूल कांग्रेस ने वीडियो से जुड़े कई लेख भी सामने लाए हैं. पनिहाटी के तृणमूल विधायक निर्मल घोष ने कहा कि केवल एक चीज जो भाजपा करती है वह झूठ है. वे झूठ और प्रचार प्रसार करके सत्ता में आना चाहते थे. लेकिन लोगों ने उन्हें रोक दिया तो अब इन नकली वीडियो के साथ हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे इसमें न पड़ें.
नकली वीडियो स्वीकार करते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा नेता जयप्रकाश मजुमदार ने कहा कि ऐसे वीडियो साझा करते समय भाजपा आईटी सेल को अधिक सावधान रहना चाहिए. राज्य भाजपा नेतृत्व ने पहले ही केंद्रीय नेतृत्व और भाजपा आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय को इसकी सूचना दे दी है. उनसे अनुरोध किया गया है कि वे इस पर नजर रखें ताकि उचित वीडियो पोस्ट किए जा सकें.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले कुछ दिनों में भाजपा पर भारी पड़ते हुए आरोप लगाया है कि राज्य में अशांति का माहौल पैदा करने और सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के लिए जानबूझकर नकली वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं. हमारे पास सबूत है.
पुलिस इस मामले को देख रही है और जो भी फर्जी वीडियो प्रसारित करने और अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. भाजपा उनकी हार को पचा नहीं पा रही है. इसलिए वे राज्य में विधिवत चुनी हुई लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने के लिए नापाक मंसूबों में लिप्त हैं. हम उसे भी हरा देंगे. ममता ने संवाददाताओं से कहा कि हम राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को कलंकित नहीं होने देंगे.
पत्रकार की फोटो कर दी वायरल
सोशल मीडिया के जरिए चुनाव से जुड़ी हिंसा की घटनाओं को उजागर करने के लिए बेताब पश्चिम बंगाल की भाजपा ने एक वीडियो को आगे बढ़ाया है. जिसमें कहा गया है कि कोइहर बेहार जिले में चुनाव से संबंधित हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गई. जबकि वह तस्वीर एक मीडिया हाउस के पत्रकार की थी और खुद सामने आए और अपने जीवित होने की बात कही.
इस घटनाक्रम के बाद तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा 2021 के चुनावों में अपनी अपमानजनक हार के बाद भी जानबूझकर नकली समाचार, नकली चित्रों और राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए नकली वीडियो का उपयोग कर रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस मुद्दे पर मुखर रही हैं.
पत्रकार ने बताया कि पिछले बुधवार को अपनी नाइट शिफ्ट करके वे अपने निवास लौट आए और सो गए थे. गुरुवार को लगभग 10 बजे उठने के बाद अपने मोबाइल फोन पर कम से कम 100 मिस्ड कॉल व कई व्हाट्सएप संदेश देखे. तब मुझे पता चला कि मुझे एक चुनावी हिंसा के पीड़ित के रूप में चित्रित किया गया है.
उसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया में अपनी पीड़ा व्यक्त की. मैं अभारो बनर्जी जीवित हूं और सीतलकुची से लगभग 1,300 किलोमीटर दूर हूं. जबकि बीजेपी आईटी सेल दावा कर रहा है कि मैं माणिक मोइत्रा हूं और सीतलकुची में मर गया. कृपया इन नकली पोस्टों पर विश्वास न करें और कृपया चिंता न करें.
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पश्चिम बंगाल विधानसभा में इस मुद्दे पर पूछे जाने पर भाजपा विधायकों ने शुरू में इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हालांकि बाद में पार्टी विधायक मनोज तिग्गा ने कहा कि चूंकि उन्हें इस मामले में अपनी पार्टी के दृष्टिकोण के बारे में कोई जानकारी नहीं है इसलिए वे कैमरे के सामने इस पर कुछ भी बोलने में असमर्थ हैं. लेकिन मुझे लगता है कि किसी तरह की गलती हुई है.