चेन्नई : भाजपा के एससी/एसटी विंग के राज्य कोषाध्यक्ष और वलारपुरम पंचायत के अध्यक्ष पीपीजी शंकर की गुरुवार रात चेन्नई के बाहरी इलाके नजरथपेट के पास एक गिरोह ने हत्या कर दी. पुलिस ने कहा कि शंकर के खिलाफ 15 आपराधिक मामले लंबित थे और उसे दो बार गुंडा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया था. गुरुवार की रात, वह चेन्नई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर अपनी कार में यात्रा कर रहे थे, जब कम से कम चार लोगों के एक गिरोह ने वाहन पर देशी बम फेंके.
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अचानक हुई बमबाजी के कारण उनकी कार का नियंत्रण बिगड़ गया. आसपास की दूसरी गाड़ियों से उसकी टक्कर हो गई. इसके बाद शंकर गाड़ी से उतर जान बचाने के लिए भागा लेकिन अपराधियों ने उनका पीछा किया और सबके सामने उनकी हत्या कर दी. सूचना मिलने पर नसरतपेट पुलिस मौके पर पहुंची और शंकर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चेन्नई के किलपौक सरकारी अस्पताल भेज दिया. पुलिस ने घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की और अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. पुलिस ने कहा कि आगे की जांच चल रही है.
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पुलिस ने बताया कि शंकर की हत्या के सिलसिले में 9 विशेष बलों का गठन किया गया है. पुलिस हत्यारों की तलाश कर रही है. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए वलारपुरम गांव में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. शंकर को शुक्रवार को भाजपा पदाधिकारी वेंकटेशन की सातवीं पुण्यतिथि में भाग लेना था. पुलिस को संदेह है कि स्क्रैप कारोबार को लेकर रंजिश को लेकर उसकी हत्या की गई है. जुलाई 2022 में, छह सदस्यीय गिरोह को उनकी हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
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इस बीच, तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने इस घटना की निंदा की. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एमके स्टालिन (डीएमके) की सरकार राज्य में कानून व्यवस्था को बनाये रखने में विफल रही है.