नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममतो बनर्जी पर हुए कथित हमले का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को केंद्रीय कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भाजपा नेताओं का एक दल चुनाव आयोग से मिला.
मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने कहा कि नंदीग्राम में जिस तरह से हमले की बात सामने आ रही है, उसकी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जब भी कोई प्रत्याशी नामांकन के बाद सार्वजनिक रैली करता है तो चुनाव आयोग उसकी वीडियोग्राफी कराता है. ऐसे में हमने आयोग से मांग की है कि घटना से जुड़े वीडियो साक्ष्य को जनता के सामने लाया जाए. साथ ही इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए.
सरकारी पदों पर टीएमसी के लोग
भाजपा नेता भूपेंद्र यादव ने आयोग से कहा कि बंगाल के म्युनिसिपस कारपोरेशन सहिन अन्य संस्थाओं में टीएमसी के नेता ही प्रशासक बने हैं. इस वजह से अन्य पार्टियों के बैनर-पोस्टर नहीं लग पा रहे. चुनाव प्रचार नहीं हो पा रहा. इसलिए भाजपा ने आयोग से मांग की है कि ऐसे लोगों को हटाया जाना चाहिए ताकि टीएमसी की दादागिरी न चले.
तैनात हों चुनाव आब्जर्वर
भाजपा नेताओं ने कहा कि नंदीग्राम सहिस पश्चिम बंगाल के संवेदनशील व अति संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव आब्जर्वर नियुक्त किए जाने चाहिए. ताकि आम जनता को भयमुक्त वातावरण मिल सके. भाजपा नेता भूपेंद्र यादव ने कहा कि राज्य में चुनाव आयोग को आब्जर्वर की तैनाती करनी चाहिए.
अनिर्बान गांगुली से बातचीत
भारतीय जनता पार्टी के बंगाल के नेता अनिर्बान गांगुली ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि हम लोगों ने ममता पर हुए हमले से संबंधित तीन मुख्य तौर पर मांग की हैं जिसमें सीसीटीवी के फुटेज क्यों नहीं राज्य की सरकार निकाल रही है और उस पर जांच कर रही है साथी पुलिस वालों के खिलाफ क्यों नहीं कड़ी कार्रवाई हुई. इसके अलावा भी कई मांगे की हैं और बंगाल में स्वच्छता पर चुनाव कराए जाने की भी मांग की गई है.
कैसे हुआ हमला, जांच हो
भाजपा नेता ने कहा कि बंगाल की सीएम ममता के पास गृह मंत्रालय का भी पोर्टफोलियो है. प्रशासन के लोग उनके हैं, सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले उनके अधीन हैं तो यह हमला कैसे किया गया.
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बीजेपी ने आयोग से अपील की है कि मामले में चुनाव आयोग को अन्य वीडियो भी पब्लिक डोमेन में लाने चाहिए.