दौसा. राजस्थान के दौसा में गुरुवार को एक कार्यक्रम राजनीति खींचतान का अखाड़ा बन गया. जिसमे कांग्रेस और भाजपा के नेता एक दूसरे पर बयानों के बाण चलाते नजर आए. दरअसल, दौसा के बापी ग्राम पंचायत के नवीन भवन का लोकार्पण कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में मंत्री मुरारी लाल मीणा, बीजेपी नेता और जिला परिषद सदस्य नीलम गुर्जर, कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम शर्मा समेत अनेक जनप्रतिनिधि बतौर अतिथि मंच पर आसीन थे.
इसी दौरान कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम शर्मा ने जब संबोधन दिया तो उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशंसा में जमकर पुल बांधे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं की आलोचना करने लग गए, फिर क्या था मंच पर बैठी बीजेपी नेता और जिला परिषद सदस्य नीलम गुर्जर ने जबरन माइक लिया और संबोधन देना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि सड़कों का निर्माण हो रहा है उसमें भी केंद्र सरकार का पैसा है. वहीं, ईसरदा परियोजना हो या फिर अन्य कोई पेयजल परियोजना उसमें भी जल जीवन मिशन के जरिए केंद्र सरकार की हिस्सेदारी है.
भाषण के दौरान पहले कांग्रेस की तरफ से भाजपा पर हमलावर संबोधन हुआ तो उसके बाद बीजेपी की तरफ से भी प्रदेश सरकार को सवालों के घेरे में खड़े कर दिया गया. मामला बढ़ता देख मंत्री मुरारी लाल मीणा ने मामले को संभाला और संबोधन देना शुरू किया. उन्होंने कहा कि कुछ योजनाएं राज्य सरकार की अच्छी हैं तो कुछ योजनाए केंद्र सरकार अच्छी हो सकती है, अपनी सरकार की नीतियों की प्रशंसा करना कोई गलत बात नहीं है. वहीं, अधिकतर विकास कार्यों में दोनों ही सरकारों का पैसा लगता है. कुछ योजनाओं को राज्य सरकार पूरा करती है तो कुछ को केंद्र सरकार को पूरा करती है.