कूचबिहार (पश्चिम बंगाल): विवादास्पद तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) नेता और कूचबिहार नगर पालिका (Cooch Behar Municipality) के अध्यक्ष रवींद्रनाथ घोष (President Rabindranath Ghosh) ने एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए एक स्थानीय बिरयानी की दुकान को बंद करा दिया, जिसमें आरोप लगाया गया कि बिरयानी में इस्तेमाल किए जाने वाले मसाले पुरुष यौन इच्छा को नष्ट कर देते हैं.
हालांकि इस अजीब आरोप के पीछे कोई वैज्ञानिकप्रमाण नहीं था. ममता बनर्जी सरकार में उत्तर बंगाल विकास के पूर्व मंत्री ने कहा कि 'अलग-अलग तबकों से आरोप लग रहे हैं कि व्यंजन बनाने के लिए इस्तेमाल की गई सामग्री और मसाले मर्दानगी को कम करते हैं और इसलिए हमने इसे बंद कर दिया है.'
नगर पालिका के सूत्रों के अनुसार कूचबिहार (Cooch Behar) नगरपालिका क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही कई दुकानों पर आरोप लगे थे. इन दुकानों में इस 'कोलकाता बिरयानी शॉप' के खिलाफ आरोप था कि वे कुछ ऐसे अवयवों का उपयोग कर रही है, जो पुरुषों की यौन इच्छा के लिए हानिकारक हैं. इसलिए, हम आए और दुकान बंद कर दी. घोष ने बताया कि वह यह साबित करने में विफल रहे कि नागरिक निकाय ने यह निष्कर्ष कहां से निकाला.
घोष ने कहा कि यह दुकान ही नहीं कई अन्य लोग भी हैं, जो सड़कों पर अतिक्रमण कर रहे हैं. वे सड़कों के किनारे खाना बनाते हैं. मुझे नहीं पता कि वे कहां से आते हैं - बिहार और उत्तर प्रदेश के हो सकते हैं. ये दुकानें देर रात तक खुली रहती हैं और हर तरह की असामाजिक गतिविधियों में लिप्त रहती हैं. लोग यहां शराब पीते हैं और पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं. उनके पास कोई व्यापार लाइसेंस नहीं है और वे कुछ समय के लिए ही व्यापार करते हैं.
आगे उन्होंने कहा कि हमें इन लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।.ये लोग कौन हैं और कहां से आते हैं. इसका पता लगाने के लिए हमने पुलिस को भी सूचना दी है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक दुकान को पप्पू खान नाम का एक शख्स चला रहा था. हालांकि पप्पू मीडिया के सामने कुछ भी कहने को तैयार नहीं था, लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक खान ने पूजा से ठीक पहले अपनी दुकान खोली और उसकी खूब बिक्री हुई.
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हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में दिखाया गया है कि पप्पू खान की पत्नी और उसकी बेटी के बीच कहासुनी हो रही थी और वे अन्य दुकानों को बंद करने की मांग कर रहे थे, जो बिना लाइसेंस के चल रही थीं. हालांकि, नगर पालिका के सूत्रों ने कहा कि बेदखली अभियान नगरपालिका क्षेत्र की सफाई प्रक्रिया का एक हिस्सा था.
नगर पालिका ने आश्वासन दिया कि यदि कोई उचित व्यापार लाइसेंस और खाद्य लाइसेंस के साथ व्यवसाय करना चाहता है तो नागरिक निकाय को कोई समस्या नहीं है. हालांकि, अधिकारियों ने यह स्पष्ट नहीं किया कि केवल एक दुकान को ही क्यों निशाना बनाया गया, जबकि कई अन्य दुकानें और प्रतिष्ठान अवैध रूप से चल रहे थे.