भोेपाल : पश्चिमी मध्य प्रदेश के आदिवासी अंचल में बर्ड फ्लू की एंट्री हो चुकी है. झाबुआ के विश्व प्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है.भोपाल से आई रिपोर्ट के बाद एहतियातन कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है. रूंधीपाड़ा गांव के एक कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म से चार दिन पहले पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू की आशंका के चलते कड़कनाथ के नमूने जांच के लिए भेजे थे. बता दें धोनी ने भी रूंधीपाड़ा से ही कड़कनाथ के दो हजार चूजे ऑर्डर किए थे.
झाबुआ से बर्ड फ्लू की आशंका के चलते भोपाल भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है. भोपाल पशुपालन विभाग से झाबुआ पशुपालन विभाग के उपसंचालक को मिली रिपोर्ट के अनुसार झाबुआ के कड़कनाथ में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. लिहाजा विभाग ने बर्ड फ्लू नियंत्रण के निर्देश देकर उसके मुताबिक कार्रवाई करने के लिए भी कहा है. उप संचालक पशुपालन विभाग झाबुआ के डॉ. विल्सन डावर ने जिले के रूंधीपाड़ा में बर्ड फ्लू की पुष्टि की है.
बर्ड फ्लू की आशंका के चलते झाबुआ के मदरानी में भी आधा दर्जन मोरों की मौत हो चुकी है, जबकि वहां से लिये गए सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है. इधर जिले के अलग-अलग स्थानों पर कबूतर और कौवों के मरने की भी सूचनाएं मिलने के बाद कलेक्टर ने सतर्कता बरतने के निर्देश जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारियों को दिए हैं. रुंधीपाड़ा में बर्ड फ्लू के आने के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र का दौरा करने की बात कही है. विभाग अब एक किलोमीटर क्षेत्र में पक्षियों और अंडों को नष्ट करने की कार्रवाई करेगा, जिससे बर्ड फ्लू दूसरे स्थानों पर न फैल सके.
महेंद्र सिंह धोनी ने यहीं से ऑर्डर किए चूजे
बता दें जिस पोल्ट्री फार्म से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कड़कनाथ के चूजों का ऑर्डर दिया था, उसी पोल्ट्री फार्म के कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के बाद क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी अपने रांची स्थित फॉर्म हाउस पर कड़कनाथ पालन का काम शुरू करने वाले हैं.
यह भी पढ़ें-10 राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि, केंद्र का ह्यूमन ट्रांसमिशन से इनकार
इसके लिए उन्होंने एमपी कड़कनाथ ऐप के माध्यम से झाबुआ जिले के रूंधीपाड़ा गांव से ही कड़कनाथ चूजों का ऑर्डर दिया था. इसके लिए रांची में धोनी ने अपने वेटनरी कॉलेज के प्रोफेसर दोस्त के जरिऐ एमपी में झाबुआ के आदिवासी किसान विनोद मेडा को अग्रिम भुगतान के साथ 2 हजार चूजों की डिलीवरी 15 दिसंबर तक करने को कहा था.