दाहोद: वर्ष 2002 के बिल्कीस बानो सामूहिक दुष्कर्म मामले के दोषियों में से एक, राज्य के दाहोद जिले के लिमखेड़ा में एक सरकारी कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद जसवंत भाभोर और उनके विधायक भाई शैलेश भाभोर के साथ मंच पर दिखा. गुजरात की छूट नीति के तहत उसे पिछले साल रिहा किया गया था. दोषी शैलेश भट्ट से जब सवाल किया गया कि क्या वह शनिवार को संपन्न कार्यक्रम में शामिल हुआ था, तो उसने कहा कि वह वहां पूजा के लिए गया था, लेकिन उसने इस संबंध में और ब्योरा नहीं दिया.
शैलेश भाभोर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें भट्ट को देखा जा सकता है. उस तस्वीर के साथ भाभोर ने करीब 101.89 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली कडाना बांध पाइपलाइन परियोजना की नींव रखने के कार्यक्रम का जिक्र किया था. भट्ट ने कहा, 'मैं वहां पूजा के लिए गया था' दाहोद जिला सूचना विभाग द्वारा जारी एक तस्वीर में भट्ट को आदिवासी मामलों के पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जसवंत भाभोर के बगल में खड़ा देखा जा सकता है.
वर्ष 2002 में गुजरात में हुए दंगे के समय बिल्कीस बानो के साथ दंगाइयों ने सामूहिक बलात्कार किया था और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में अदालत ने 21 जनवरी 2008 को भट्ट सहित 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई. इसके बाद सभी 11 दोषी गोधरा उप-कारागार में बंद थे और पिछले साल 15 अगस्त को उन सब को रिहा कर दिया गया था.