पटना: बिहार में 23 जून को विपक्षी दलों का महाजुटान होने जा रहा है. इसमें देश के प्रमुख बड़े विपक्षी दलों के तमाम बड़े चेहरे मौजूद रहेंगे. ऐसे में इसको लेकर बिहार में पोस्टर पॉलिटिक्स भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी की ओर से वीरचंद पटेल पथ स्थित राजद कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है.
पोस्टर में क्या है?: इस पोस्टर में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बिहार की धरती पर अभिनंदन करते हुए नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ गठजोड़ को दिखाया जा रहा है. इसके साथ ही भाजपा को बेरोजगारी और महंगाई के कारक बताते हुए दंगाई बताया गया है.
'आओ मिल संकल्प करें देश भाजपा मुक्त करें': राजद कार्यालय के बाहर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष धर्मवीर यादव की ओर से यह पोस्टर लगाया गया है, जिसमें भाजपा को सिर्फ राम के नाम पर राजनीति करते हुए बताया गया है. पोस्टर में विपक्षी दलों को संदेश दिया गया है कि आओ मिल संकल्प करें देश भाजपा मुक्त करें.
1990 की रथयात्रा को दर्शाया गया: इतना ही नहीं पोस्टर में यह भी है कि राम के नाम पर निकाली गई रथ यात्रा को 1990 में बिहार में जिस प्रकार से रोकने का काम किया गया था, उसी प्रकार से 2024 में भाजपा के विजय रथ को रोकना है और इसके लिए विपक्षी दलों को एकजुट होकर संकल्प करना होगा. पोस्टर में एक दोहा भी लिखा गया है 'अंत काल रघुबर पुर जाई, जहां मरी हरि भक्त कहाई, कोई देवता चित ना धरई…
RSS पर भी निशाना: 'भाजपाइयों को दंगाई बताते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की भी तस्वीर है, जिसमें राम के नाम पर दंगा करने वाले भाजपा नेताओं का वह फूल का गुलदस्ता देकर स्वागत करते हुए नजर आ रहे हैं. विपक्षी दलों की बैठक से पहले बिहार में जिस प्रकार से पोस्टर लगने शुरू हुए हैं, पोस्टर की राजनीति काफी तेज हो गई है.
बीजेपी भी कर रही तैयारी: अब देखने वाली बात होगी कि भाजपा की ओर से इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है. एनडीए की ओर से विपक्षी दलों की जुटान के विरोध में किस प्रकार के पोस्टर पटना की सड़कों पर आने वाले वक्त में नजर आते हैं. विपक्षी एकता की बैठक के खिलाफ बीजेपी भी अपनी रणनीति तैयार कर रही है और बड़े आंदोलन की तैयारी है.