पटना: 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक के लिए पटना में महाजुटान शुरू हो गया है. पीडीपी सुप्रीमो और जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई नेता पटना पहुंच चुके है. उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक से यह तस्वीर काफी हद तक साफ हो जाएगी कि 2024 लोकसभा चुनाव की लड़ाई कैसी होगी. ऐसे में यह बैठक बीजेपी को टेंशन दे सकती है.
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23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक : देशभर से लगभग 18 राजनीतिक दल इस बैठक में हिस्सा लेंगे. बैठक पटना में 1 अणे मार्ग स्थित बिहार सीएम के आधिकारिक आवास के अंदर नेक संवाद कक्ष होगा. तय कार्यक्रम के अनुसार बैठक सुबह 11 बजे शुरू होगी और शाम 4 बजे खत्म होगी. सूत्रों की माने तो नीतीश कुमार के उद्घाटन भाषण से कार्यवाही की शुरुआत होगी. नीतीश के भाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और इसके बाद एक-एक बाकी नेताओं का संबोधन होगा. आखिर में राहुल गांधी विपक्षी नेताओं को संबोधित करेंगे.
महबूबा मुफ्ती पटना पहुंची : गुरुवार को सबसे पहले जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पटना पहुंची. बिहार सरकार में मंत्री शीला मंडल ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. इसके बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच स्टेट गेस्ट हाउस ले जाया गया. बता दें कि बिहार सरकार ने सरकारी विश्राम गृह और पटना सर्किट हाउस में सभी नेताओं के ठहरने की व्यवस्था की है.
ममता ने छुए लालू के पैर: वहीं गुरुवार को 4:30 बजे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पटना पहुंचीं. ममता बनर्जी के साथ टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी भी थे. एयरपोर्ट से ममता सीधे लालू यादव से मिलने पहुंची. इस दौरान उन्होंने लालू के पैर छुए. दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत हुई. बैठक के बाद ममता ने कहा कि देश को 'आपदा' से बचाने के लिए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराना होगा.
केजरीवाल और भगवंत मान पहुंचे पटना : महबूबा मुफ्ती और ममता बनर्जी के बाद दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान भी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए देर शाम पटना पहुंचे. दोनों नेता एयरपोर्ट से सीधे स्टेट गेस्ट हाउस के लिए रवाना हो गए. इससे पहले कहा जा रहा था कि केजरीवाल ने बैठक में शामिल होने के लिेए शर्त रख दी हैं. आप पार्टी ने कहा कि अगर कांग्रेस अध्यादेश पर समर्थन नहीं करेगी तो वह कल होने वाली विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं होगी.
राहुल गांधी समेत कई नेता शुक्रवार सुबह पहुंचेंगे : विपक्षी एकता की बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड सीएम हेमंत सोरेन समेत कई अन्य नेता शुक्रवार की सुबह पहुंचेंगे.
बैठक में इन मुद्दों पर नहीं होगी बात : विपक्षी एकता की बैठक से पहले नीतीश सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि है कि मुहिम की शुरुआत हो चुकी है. यह बड़ी बात हैं कि सभी विपक्षी पार्टियां पटना पहुंच रही हैं. उन्होंने कहा कि यह मुहिम जरूर कारगर होगी. हालांकि उन्होंने बैठक में एजेंडे को लेकर इतना जरूर कहा कि शीट शेयरिंग और पीएम के चेहर पर कोई चर्चा नहीं होगी.
विपक्षी एकता की बैठक पर क्या बोले सुशील मोदी? : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव पर भी हमला बोला (sushil modi on opposition meeting) है. सुशील मोदी ने कहा कि लोकसभा में जिस पार्टी को एक भी सीट नहीं, वो बीजेपी को क्या चुनौती देगी. बीजेपी 2024 में 40 सीटों पर जीतेगी.
विपक्षी दलों की बैठक पर क्या बोलीं मायावती : 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक से पहले बीएसपी प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा कि, लोकसभा आम चुनाव के पूर्व विपक्षी पार्टियाँ जिन मुद्दों को मिलकर उठा रही हैं और ऐसे में श्री नीतीश कुमार द्वारा कल 23 जून की विपक्षी नेताओं की पटना बैठक ’दिल मिले न मिले हांथ मिलाते रहिए’ की कहावत को ज्यादा चरितार्थ करता है.
जयंत नहीं होंगे पटना की बैठक में शामिल: इस बीच लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एक करने की मुहिम को एक बार फिर झटका लगा है. RLD के मुखिया जयंत चौधरी ने पटना में होने वाली मीटिंग में शामिल होने पर असमर्थता जताई है. हालांकि, उन्होंने पत्र लिखकर समर्थन जताया है. जयंत ने सीएम नीतीश कुमार को इस बैठक की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी हैं.
मांझी ने पूछा- मोदी के मुकाबले कौन? : विपक्षी दलों की बैठक पर जीतन राम मांझी ने कहा कि विपक्षी दलों की एकता संभव नहीं दिखती है. सभी दलों के नेताओं की अपनी अपनी महत्वकांक्षा है. कर्नाटन में कांग्रेस की जीत से उनका उत्साह बढ़ा हुआ है. वो दूसरे दल का नेतृत्व कतई स्वीकार नहीं करेंगे. लेकिन आज नरेन्द्र मोदी के सामने विपक्ष के पास कोई चेहरा नहीं है.