जमुई: इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष के उम्मीदवार (Presidential candidate Nitish kumar) की चर्चा जोरों पर है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने के बाद इसकी चर्चा काफी तेज हो गई है. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर इससे साफ इनकार किया है.
नीतीश कुमार ने जमुई में एक बार फिर से इसे खारिज करते हुए कहा कि मेरी इसमें ना कोई रुचि है और ना ही दिलचस्पी है. उम्मीदवारी की कोई बात ही नहीं है. मुझे आश्चर्य है कि ये बात कैसे उठी.
वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) का कार्यकाल इसी साल जुलाई में समाप्त हो रहा है. इसके चलते अगले राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. इसी बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार के विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति प्रत्याशी (Nitish Kumar Presidential candidate) बनने की चर्चा तेज हो गई.
कहा जा रहा है कि भाजपा विरोधी कई राजनीतिक पार्टियां अभी से ही इस काम में जुट गयी हैं. तर्क दिया जा रहा है कि कांग्रेस को छोड़कर अन्य कई विपक्षी पार्टियों की रणनीति यह है कि बीजेपी के खिलाफ ऐसा मजबूत उम्मीदवार लाया जाए कि कांग्रेस भी उसे समर्थन देने को मजबूर हो जाए.
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इन चर्चाओं के बीच नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने एक बार फिर सभी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने मंगलवार को भी मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि इन बातों में कोई दम नहीं है. इन सब बातों का हमारे दिमाग में कोई आइडिया नहीं है.
बता दें कि गत शुक्रवार को नई दिल्ली में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की (Prashant Kishor meet Nitish Kumar) थी. जिसके बाद इस बात को लेकर अटकलें लगने लगीं कि 'पीके' की जेडीयू में वापसी हो सकती है. हालांकि मुख्यमंत्री ने ऐसी किसी संभावना से फिलहाल इनकार कर दिया है. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुलाकात का कोई खास मतलब नहीं है. उनसे मेरा कोई नया रिश्ता नहीं है. काफी पहले से उनके साथ संबंध रहे हैं.