पटनाः शराब घोटाले मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को 16 अप्रैल को सीबीआई के समक्ष पेश होने का समन भेजा गया है, इस पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार से जब पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि सब लोग जानते हैं कि क्या-क्या काम लोगों के खिलाफ हो रहा है. उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के विकास के लिए लोगों ने कितना काम किया है लेकिन अब ये कार्रवाई क्यों और कैसे हो रही है, इस पर क्या कहना है, ये तो सब लोग जानते ही हैं. उन्होंने आगे कहा कि देश के हित में हम सब लोग एकजुट हो रहें हैं और आगे बहुत अच्छे से काम होगा.
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"अपने-अपने क्षेत्र के विकास के लिए सबने कितना काम किया है, कितनी प्रगति है और कितनी इज्जत है उनकी, अब बाकी क्या होता है, उस पर हम क्या बोलें, वो अपने समय पर जवाब दे ही देंगे. लेकिन सब लोग एकजुट हो रहे हैं और एकजुट होकर बहुत अच्छे से काम होगा और ये देश के हित में हो रहा है, देश को आगे बढ़ाने के लिए ही सब कुछ हो रहा है"- सीएम ,नीतीश कुमार
नीतीश ने दिल्ली में केजरीवाल से की थी मुलाकातः आपको बता दें कि बीते दिनों ही नीतीश कुमार ने दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल, कांगेस नेता राहुल गांधी और माकपा नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात कर एकजुट होने की प्रबल संभावना जताई है, 2024 को लेकर ज्यादातर विपक्षी दल एक जुट होने के लिए कदम आगे बढ़ा चुके हैं, ऐसे में अरविंद केजरिवाल को दिल्ली शराब मामले में पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद विपक्षी एकजुटता की मुहिम को धक्का लग सकता है. हालांकि केजरीवाल की पार्टी के नेता का कहना है कि इस कार्रवाई से केजरीवाल डरने वाले नहीं है, और हाल में वो अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. दरअसल राहुल गांधी की तरह अरविंद केजरीवाल ने भी पीएम मोदी और अडानी के रिश्ते को लेकर सख्त बयानबाजी करने में लगे थे, जिसके बाद हुई इस कार्रवाई को भी विपक्ष राजनीतिक चश्में से देख रहा है.
क्या है दिल्ली सरकार पर आरोपः दरअसल दिल्ली सरकार पर शराब घोटाले के आरोप हैं. इस मामले में सत्येंद्र जैन और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पहले ही जेल में हैं. अब सीबीआई ने सीएम केजरीवाल को पूछताछ के लिए तलब किया है. आरोप है कि शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति ने कुछ डीलरों का पक्ष लिया. जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी. हालांकि आप पार्टी ने इसका पुरजोर खंडन किया था, और बाद में आबकारी नीति को रद्द भी कर दिया गया. लेकिन सीबीआई जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद अब एक के बाद एक सभी से पूछताछ की जा रही है, वहीं, विपक्ष को परेशान करने के आरोप पर केंद्र सरकार का कहना है कि सीबीआई अपना काम कर रही है, इससे सराकर का कोई लेना देना नहीं है.