पटना: विपक्षी दलों की 23 जून को पटना में हुई बैठक के बाद से बिहार की राजनीति में खलबली मची है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षियों पर एक-एक कर निशाना साधा. भोपाल में उन्होंने कहा कि एक तरफ इस तरह के लोग हैं जो तुष्टिकरण कर अपने स्वार्थ के लिए छोटे-छोटे कुनबे दूसरों के खिलाफ खड़े कर देते हैं. साथ ही पीएम मोदी ने 'लालू एंड फैमिली' पर भी निशाना साधते हुए भ्रष्टाचार और घोटालों का आरोप लगाया.
पीएम मोदी के आरोपों का नीतीश कुमार ने दिया जवाब: हालांकि नरेंद्र मोदी के रुख में नीतीश कुमार के लिए नरमी दिखी थी. वहीं नरेंद्र मोदी के आरोपों का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाब दिया है. स्वर्गीय मुंगेरीलाल की पुण्यतिथि के अवसर पर पटना में आयोजित राजकीय समारोह के समापन के बाद जब मीडिया ने नीतीश कुमार से पूछा कि आप पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोटालेबाजों को बचाने का आरोप लगाया है तो नीतीश कुमार पहले तो सवाल को अनसुना करते रहे.
"कार्यकर्म का सफल आयोजन रहा. आगे सबकुछ होगा तो जान जाइएगा. अभी छोड़िए."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
बोले नीतीश- 'समय आने पर पता चल जाएगा': पत्रकारों ने कई बार नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया लेनी की कोशिश की लेकिन नीतीश कुमार मीडिया से दूरी बनाते दिखे. उन्होंने बस इतना कहा कि समय आने पर सबकुछ होगा तो आप लोगों को पता चल जाएगा. नीतीश कुमार के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
क्या कहा था पीएम नरेंद्र मोदी ने?: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 'घोटाला करने वालों का कॉमन मिनीमम प्रोग्राम ही भ्रष्टाचार के एक्शन से बचने का है. इसके लिए पीएम उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि अपराधी जो जेल से सजा काटकर आते हैं, अक्सर वो लोग ही उनसे मिलने जाते हैं जिन्हें जेल जाने का डर रहता है. वो जेल के अनुभव सुनते हैं. ये जानने के लिए पटना से बढ़िया जहग क्या होता है? यहां पीएम मोदी के निशाने पर लालू थे.
इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने यह भी साफ कर दिया कि जो भी घोटालेबाज हैं उनपर कार्रवाई हो कर रहेगी. विपक्षी एकता पर उन्होंने कहा था कि विपक्ष घोटाले और भ्रष्टाचार की गारंटी दे रहा है. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस से लेकर सपा डीएमके सभी दलों पर निशाना साधा था. पीएम की हुंकार के बाद से विपक्षी दलों खासकर महागठबंधन की बेचैनी बढ़ी हुई है.
केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई से महागठबंधन में बौखलाहट: महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पिछले 10 महीनों में लालू परिवार और उनके नजदीकियों के साथ ही जेडीयू नेताओं और बड़े कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है. लगातार हो रहे एक्शन के बाद महागठबंधन के नेता केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं. वहीं पीएम मोदी ने दो टूक कह दिया है कि भ्रष्टाचार हमारे लिए बड़ा मुद्दा है और किसी भी हाल में भ्रष्टाचारियों को छोड़ेंगे नहीं.