पटना: राजधानी पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार और छत्तीसगढ़ के बीच खेला जा रहा रणजी ट्रॉफी का मुकाबला ड्रॉ हो गया. इससे पहले जब आज सोमवार 15 जनवरी का खेल शुरू हुआ तो बिहार की टीम को पारी की हार से बचन के लिए 77 रन की जरूरत थी. बिहार की ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज विपिन सौरव और वीर प्रताप सिंह दीवार बनकर क्रीज पर टिके रहे. दिन का खेल समाप्त होने तक बिहार का स्कोर 7 विकेट पर 77 ओवर में 266 रन रहा.
आखिरी दिन 35 ओवर का ही खेल हो सकाः मैच के चौथे और आखिरी दिन खराब रोशनी के कारण महज 35 ओवर का ही खेल हो सका. जब दिन के 1:00 बजे करीब 4 घंटे देर से मैच शुरू हुआ तो बिहार को पारी की हार बचने के लिए 77 रन की आवश्यकता थी. बिहार के पास 7 विकेट शेष बचे हुए थे. बता दें कि बिहार की टीम पहली पारी में मात्र 108 रन बनाकर आउट हो गयी थी. इसके बाद छत्तीसगढ़ की टीम ने दो विकेट पर 329 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी. जिसके बाद रविवार को दूसरी पारी में बिहार के बल्लेबाजों ने डटकर मुकाबला किया. तीसरी दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट पर 144 रन बना लिये थे. बिहार की टीम मुकाबले में पिछड़ रही थी, लेकिन चौथे दिन जिस प्रकार बल्लेबाजों ने कम बैक किया और मैच को ड्रॉ कराया उससे बिहार की टीम के हौसले बुलंद होंगे.
बिहार का अगला मुकाबला यूपी से: छत्तीसगढ़ के गेंदबाज रवि किरण पहली पारी में 5 विकेट लेने के कारण मैन ऑफ द मैच बने. वही बिहार की ओर से विपिन सौरव ने 107 गेंद में 30 रन की धैर्य पूर्वक पारी खेली. उनका साथ दिया वीर प्रताप सिंह ने. 35 गेंद में मात्र चार रन बनाकर उनका बखूबी साथ दिया. दिन का खेल समाप्त होने तक दोनों बल्लेबाज नाबाद रहे. खराब रोशनी के कारण शाम 4:30 बजे मैच रोका गया. इसके बाद मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया गया. बिहार के चर्चित बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी दोनों पारियों में शून्य पर आउट हुए. बिहार की टीम अब मंगलवार को यूपी के लिए रवाना होगी. यूपी से रणजी ट्रॉफी का मुकाबला खेलना है.
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