दरभंगा: संसद हमलों की बरसी के दिन यानी 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध लग गई. दो युवक दर्शक दीर्घा से सांसदों की गैलरी में कूद गए. हाथों में रंगबिरंगे धुएं का कैन लेकर नीचे कूदे जिसकी वजह से सदन में हड़कंप मच गया. इसी संसद की सुरक्षा में सेंध मामले का मास्टरमाइंड ललित झा ने सरेंडर कर दिया. सरेंडर के बाद दिल्ली पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की. उसी दौरान ये पता चला कि ललित झा बिहार के दरभंगा का रहने वाला है.
ललित झा के गांव दरभंगा पहुंची पुलिस : पूछताछ में इसका पता चलते ही दिल्ली पुलिस ने उसके पते का वेरिफिकेशन करवाया. ललित झा बहेड़ा थाना के रामपुर उदय गांव रहने वाला है. दरभंगा पुलिस भी ललित झा के घर पहुंचकर परिजनों से पूछताछ करने पहुंच गई. पिता देवानंद झा और मंजुला झा ने बताया कि उनका बेटा ऐसा नहीं है. वो किसी भी गलत एक्टिविटी में नहीं रहता है. आज तक उसपर कोई केस नहीं है. उसके बारे में गांव वालों से पूछेंगे तो वो भी यही बताएंगे. ललित झा की मां ने कहा कि उनका बेटा निर्दोष है.
संसद में चूक के मास्टरमाइंड के घर पहुंची पुलिस : जब उनसे बेटे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनका बेटा 10 दिसंबर की तारीख को ट्रेन में बैठाकर खुद दिल्ली चला गया था. किस काम से गया था इस सवाल के जवाब में उन्होंने अनभिज्ञता जताई. पिता ने बताया कि हर बार वो छठ पर गांव आते थे लेकिन इस बार टिकट नहीं मिलने की वजह से वो छठ पर नहीं आए. 10 तारीख को उनका बेटा ट्रेन में बैठाकर खुद दिल्ली चला गया था. हमें दूसरों से उसकी गिरफ्तारी की खबर मिली.
"मेरा बेटा निर्दोष है. वो कोई भी गलत काम नहीं करता है. ये सब कैसे हुआ हमें कोई जानकारी नहीं है. आप मेरे बेटे के बारे में गांव से भी पूछ सकते हैं. हम लोगों को दरभंगा के लिए बैठाकर मेरा बेटा दिल्ली चला गया था. वो क्यों गया था ये हमें नहीं पता है. लेकिन मेरा बेटा निर्दोष है. हम कोर्ट की शरण में न्याय के लिए जाएंगे"- देवानंद झा, ललित झा के पिता
'मेरा बेटा निर्दोष..' : पिता देवानंद झा को अपने बेटे की करतूतों पर यकीन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि उनका बेटा पढ़ाई लिखाई में अच्छा था. पढ़ाई लिखाई के कारण मिथिलांचल परिषद से उसे पुरस्कार भी मिला था. वहीं उन्होंने बताया कि वर्तमान में ललित ट्यूशन के साथ कोचिंग में भी पढ़ता था. ललित का किसी प्रकार का कोई खराब एक्टिविटी में लिप्त नहीं था. उसके पकड़े जाने की जानकारी हमें दूसरों से मिली है.
घर-घर ट्यूशन पढ़ाता था ललित झा : बताते चले कि संसद भवन के मास्टरमाइंड ललित मोहन के पिता पंडित देवानंद झा के तीन बेटे हैं. ललित मोहन झा पुत्रों में मंझला है. ललित मोहन झा की मां मंजुला झा अपने परिवार सहित कोलकाता में रहते थे. ललित झा ने कोलकाता महेश्वरी से बीए की पढ़ाई पूरी कर घर-घर जाकर ट्यूशन पढ़ाया करता था. उसके पिता देवानंद झा कोलकाता में पंडिताई का काम करते हैं.
कौन है मास्टरमाइंड ललित झा : 13 दिसंबर को संसद हमले की बरसी के दिन ललित झा प्रदर्शनकारियों का वीडियो शूट कर रहा था, ताकि मीडिया कवरेज को फिक्स किया जा सके. उसने शातिराना तरीके से एक एनजीओ को वीडियो भी भेजा. सबकी वीडियो बनाकर वो मोबाइल स्विच ऑफ कर फरार हो गया लेकिन गुरुवार को उसने संसद के पास ही कर्तव्य पथ पर पुलिस स्टेशन में जाकर खुद को सरेंडर कर दिया. पुलिस ने उसे पकड़ लिया और शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया.
अब तक 5 की हो चुकी है गिरफ्तारी : गौरतलब है कि ललित झा को कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा है. पुलिस ने उसे गुरुवार की रात को ही सरेंडर के बाद गिरफ्तार किया था. गुरुवार 14 दिसंबर को ही कोर्ट ने सुनवाई करते हुए इस मामले के चार आरोपियों नीलम, सागर शर्मा, डी मनोरंजन और अमोल शिंदे को 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा था. दिल्ली पुलिस के वकील अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ UAPA की धारा 16ए के तहत गंभीर केस हैं.
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