लुधियाना: ईटीवी भारत लुधियाना की टीम ने प्रिंस नाम के एक 12 वर्षीय लड़के की खबर प्रकाशित की थी. जो रोजी-रोटी के लिए सड़कों पर मोज़े बेच रहा था. खबर छपने के बाद मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसके बाद मामला बाल संरक्षण विभाग लुधियाना के संज्ञान में भी आया. इसके बाद बाल संरक्षण विभाग ने बच्चे की देखभाल और पढ़ाई की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है. अब प्रिंस को स्कूल भेजा जाएगा और उसके परिवार की मदद की जाएगी. उसके साथ मोजे बेचने वाली उनकी बहन को भी सिलाई सिखाई जाएगी (Ludhiana boy got help).
बच्चे की जिम्मेदारी ली: लुधियाना की बाल संरक्षण समिति की सदस्य रश्मि सैनी ने बताया कि खबर देखने के बाद चंडीगढ़ के बाद सुरक्षा विभाग की निदेशक माधुरी कटारिया और उप निदेशक लिली का फोन आया कि बच्चे को खोज लिया जाए. उसकी पूरी मदद की जानी चाहिए. जिसके बाद काफी जद्दोजहद के बाद उन्होंने बच्चे को ढूंढ निकाला और उसके घर चले गए. इससे अधिकारियों को उसके परिवार का हाल पता चला और अब उसकी मदद के लिए दस्तावेज की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमने बच्चों से हॉस्टल में रहने की अपील भी की है लेकिन बच्चा अपनी दादी के पास रहना चाहता है.
परिवार ने आभार व्यक्त किया:- वहीं प्रिंस ने ईटीवी भारत की टीम का भी शुक्रिया अदा किया और कहा कि वह बड़ा होकर आर्मी मैन बनना चाहता है. उसने कहा कि 'मुझे और मेरे परिवार को विभाग द्वारा खर्च वहन करने का आश्वासन दिया गया है और अब मैं मोजे नहीं बेचूंगा, पढ़ाई करूंगा.' उसने कहा कि 'मेरी बड़ी बहन को भी सिलाई सिखाने और साथ ही परिवार का खर्च उठाने के लिए कहा गया है, इससे मैं काफी खुश हूं.'
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