नई दिल्ली : भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) ने एक बार फिर से केंद्र सरकार के खिलाफ कृषि कानूनों का विरोध शुरू कर दिया और एक बार फिर से अपना दमखम दिखाया. गाजीपुर में देर रात हुए घमासान के बाद लोकशक्ति संगठन ने टिकैत संगठन को समर्थन दिया है.
संगठन ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे सभी टिकैत के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे, ताकि एक ही छत से सब लोग एक साथ अपनी आवाज बुलंद कर सकें.
इससे पहले चिल्ला बॉर्डर पर धरना समाप्त होने के बाद करीब 5 घंटे बाद बुधवार देर रात सेक्टर 95 दलित प्रेरणा स्थल पर बैठे किसान भी आंदोलन खत्म कर घर चले गए थे.
'टिकैत को लोकशक्ति के समर्थन की अपील करते हुए भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मास्टर श्योराज सिंह ने जारी किए बयान में कहा कि उनके संगठन से जुड़े सभी कार्यकर्ता गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और जो लोग मुजफ्फरनगर जिले के आसपास हो वह महापंचायत में शामिल हों.
उन्होंने कहा कि कल देर रात भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक अपने गुंडों के साथ वहां पहुंचे और किसानों को मारने, पीटने और धमकाया, जिससे भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आहत हुए हैं.
इससे पहले राकेश टिकैत ने गिरफ्तारी और आंदोलन खत्म करने जैसी बात कही थी, लेकिन बीजेपी के विधायक द्वारा ऐसे कृत्य किए जाने से वह आहत हुए. भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति किसी भी दमनकारी नीतियों का समर्थन नहीं करती है. ऐसे में भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति, टिकैत संगठन को समर्थन देती है.
पढ़ें - दिल्ली पुलिस की तीन यूनिट करेगी ट्रैक्टर रैली हिंसा की जांच, छह किसान नेताओं को नोटिस
उन्होंने कहा कि लोकशक्ति संगठन का एक-एक कार्यकर्ता टिकैत संगठन के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है और गाजीपुर से ही आवाज बुलंद करेगा.
बता दें कि तीनों कृषि बिल और एमएसपी की गारंटी कानून को लेकर पिछले तकरीबन 2 महीने से किसान प्रदर्शन कर रहे थे.