भरतपुर. राजस्थान के मेवात के बहुचर्चित नासिर-जुनैद हत्याकांड मामले में आरोपी मोनू मानेसर को शुक्रवार को केंद्रीय कारागृह सेवर से अजमेर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. मोनू मानेसर को कड़े पुलिस जाप्ते के साथ अजमेर भेजा गया. बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों के चलते मोनू मानेसर को अजमेर जेल में शिफ्ट किया गया है. बीते दिनों न्यायालय ने मोनू को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था, जिसके बाद से ही उसे सेवर जेल में रखा गया था.
भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि सुरक्षा कारणों के चलते मोनू मानेसर को शुक्रवार को सेवर केंद्रीय कारागृह से अजमेर जेल के लिए भेज दिया गया. शिफ्टिंग के दौरान भारी पुलिस बल और कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए.
यह था घटनाक्रम : गौरतलब है कि 13 फरवरी की रात को भरतपुर के मेवात क्षेत्र के नासिर-जुनैद को पकड़ने के लिए आरोपियों ने अलवर-नूंह के बॉर्डर पर नाकाबंदी की थी, लेकिन उस रात गाड़ियों का मूवमेंट नहीं हुआ और वो कुछ नहीं कर पाए. इसके बाद 14 फरवरी की रात और 15 फरवरी की अलसुबह हरियाणा की दो टीमों के साथ नूंह की भी एक टीम साथ में जुड़ गई. ऐसे में तीन टीमें एकजुट हो गईं, जिन्होंने नासिर और जुनैद का अपहरण किया. गोतस्करी के शक में मारपीट भी की. गौतस्करी की गाड़ियों के बारे में पूछताछ भी की.
हत्या के बाद गाड़ी में जलाया : नासिर और जुनैद को लाठी, सरिया से पीटकर गंभीर रूप से घायल करने के बाद आरोपी उन्हें हरियाणा पुलिस के पास लेकर पहुंचे. दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने कोई भी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया. इसके बाद आरोपी नासिर और जुनैद को भिवानी के पास लेकर पहुंचे. यहां पहले उन्होंने नासिर की गला दबाकर हत्या की, जबकि जुनैद की पहले ही फिरोजपुर झिरका में मारपीट के दौरान मौत हो चुकी थी. इसके बाद दोनों शवों को गाड़ी में डालकर, पेट्रोल छिड़ककर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से जला दिया. मोनू मानेसर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।