बीजिंग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह दौरे के बाद चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि भारत और चीन सैन्य और कूटनीतिक माध्यमों से बातचीत कर रहे हैं, ताकि सीमा पर तनाव के हालातों को कम किया जा सके. ऐसे में किसी भी पक्ष (भारत या चीन) को कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़े.
बता दें कि चीन और भारत के बीच चल रही तनातनी के बीच शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लेह के दौरे पर पहुंचे. इस दौरान पीएम के साथ सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने लेह में सैनिकों से मुलाकात की और उनका उत्साहवर्धन किया.
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प्रधानमंत्री मोदी के इस अचानक दौरे को लेकर चीन की बौखलाहट साफ नजर आई. मोदी के दौरे के कुछ घंटों बाद चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस ब्रीफिंग कर यह बयान दिया.
गौरतलब है कि गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई है. सीमा पर लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है. इस बीच भारत ने चीन के 59 एप्स पर प्रतिबंध लगा दिए हैं.