नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री और लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के स्टार कैंपेनर योगी आदित्यनाथ लगातार अपनी टिप्पणियों के चलते चर्चा का विषय बने हुए हैं. इसी बयानबाजी के चलते बीते दिन चुनाव आयोग ने योगी पर 72 घंटों का बैन लगाया था. इसके बाद भी योगी रुकने का नाम नहीं ले रहे. एकबार फिर योगी को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर दिया है. वो भी उनके 'बाबर की औलाद' वाले बयान के लिए.
72 घंटे के बैन पर योगी ने कहा कि चुनावी मंच विरोधियों पर निशाना साधने के लिए ही होता है, न कि भजन गाने के लिए. ये जवाब उनका एनआई को दिए एक इंटरव्यू में सामने आया. उनसे पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि भजन करने के लिए मंच पर जाते हैं क्या? उखाड़ देने के लिए और अपने विरोधियों को घेरने के लिए मंच पर जाते हैं.
बता दें, संभल में एक चुनावी जनसाभा को संबोधित करते हुए योगी ने सपा और बसपा पर निशाना साधा था. इस दौरान उन्होंने गठबंधन प्रत्याशी को 'बाबर की औलाद' बताया था. इसके बाद चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया और 24 घंटे में जवाब देने के लिए भी कहा.
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योगी आदित्नाथ आगे कहते हैं कि हमारा काम विरोधियों की खामियों को सामने लाना है. अगर सपा और कांग्रेस चुनावी मंच से हमें गाली दें तो हम बुरा नहीं मानेंगे.
दरअसल योगी आदित्यनाथ बीजेपी के स्टार प्रचारक हैं और इसी सिलसिले में वे प्रदेश में ही नहीं बल्कि सारे देश में चुनावी रैलियां कर रहे हैं. देश में हो रही रैलियों में अलग-अलग मंचों से वे विपक्षियों पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं.
बता दें, 72 घंटों का बैन योगी आदित्यनाथ पर पहले भी लग चुका है. बैन का कारण उनका एक भाषण था जिसमें मुस्लिम लीग के झंडों को वायरस बताया था. साथ ही भारती सेना को मोदी जी की सेना कहा था.